जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज गुरूवार को जम्मू कश्मीर के पहलगाम जिले में हुए आतंकी हमले के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानि (NIA) के महानिदेशक सदानंद दाते घटनास्थल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की एनआईए जांच की।
बताया जा रहा है कि, बीते दिन यानि बुधवार को एक बार फिर एनआईए (NIA) की विशेष टीम हाईटेक उपकरणों के साथ बायसरन में घटनास्थल पर पहुंची। कहा जा रहा है कि, एनआईए बायसरन घाटी में 3डी मैपिंग करेगी, ताकि आतंकियों के (Entry Exit Point) एंट्री-एग्जिट पॉइंट का सटीक पता लगाया जा सके।
बयानों के आधार पर की जाएगी 3डी मैपिंग
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जो अभी तक दर्ज हुए चश्मदीदों के बयानों के आधार पर 3डी मैपिंग की जाएगी। इससे आतंकियों की एंट्री और एग्जिट पॉइंट की पुख्ता जानकारी मिल पाएगी। (3D Maping) 3डी मैपिंग के जरिये आतंकियों के भागने के सही रास्तों की जानकारी भी मिलेगी।
टीम ने बीते दिन की सात घंटे जांच
बता दें कि, इससे पहले, बुधवार को एनआईए की टीम ने करीब सात घंटे तक बायसरन घाटी में जांच की। टीम के साथ जम्मू कश्मीर पुलिस की बोम डिस्पोजल स्क्वायड (BDS) और फोरेंसिक की टीमें भी थीं। सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम वहां सबूत इकट्ठा करने और तथ्य खंगालने के लिए घटनास्थल गई थी।
घटनास्थल से इकट्ठा किए गए सैंपल्स और पूछताछ के दौरान घोड़े वालों और बायसरन में काम करने वाले अन्य लोगों के बयान की भी पड़ताल की जाएगी। बायसरन घाटी के आसपास तीन किलोमीटर के दायरे को खंगाला जा रहा ताकि हमलावर आतंकियों के आने जाने के रूट के बारे में सुराग हाथ लग सके।
एनआईए की टीम 100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज
बता दें कि मंगलवार को पहलगाम थाने में एनआईए की टीम 100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। इनमें जिपलाइन ऑपरेटर मुजम्मिल भी शामिल है जिसपर आरोप है कि आतंकियों के फायरिंग की आवाज सुनने पर उसने तीन बार ”अल्लाह हू अकबर” कहा और पर्यटक को भेज दिया।
आतंकियों ने 26 लोगों की नृशंस हत्या की
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
हमले में 14 लोग हुए घायल
बता दें कि, हमले में करीब 14 लोग घायल हुए हैं। इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पहले पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी। हालांकि बाद में टीआरएफ ने सफाई दी थी कि हमले से हमारा कोई वास्ता नहीं हैं। इस हमले को अंजाम नहीं दिलाया।