- उत्तर प्रदेश में बिजली दरों में फिर से बढ़ोतरी की तैयारी
जनवाणी संवाददाता|
मोदीपुरम: उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन ने वर्ष 2020-21 के लिए बिजली दरों में बढ़ोतरी कर दी है। इससे आम लोगों पर इसका असर पड़ना स्वभाविक है।
पहले 150 यूनिट तक 5.50 रुपये के हिसाब से भुगतान करना पड़ता था, लेकिन अब 100 यूनिट होने पर ही 5.50 रुपये के हिसाब से बिल भरना पड़ेगा।
100 से 300 यूनिट होने पर 5.80 रुपये के हिसाब से बिल का भुगतान करना होगा। इससे आम आदमी पर बोझ बढ़ेगा और उपभोक्ताओं की जेब भी सलीके से काटी जाएगी। जहां एक तरफ कोरोना महामारी के चलते लोग जहां आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर सरकार बिजली दरों में बढ़ोतरी कर रही है। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। बड़ों को राहत देने की कोशिश की गई है।
कोरोना काल में सरकार को बिजली के दरों में कटौती करनी चाहिए, पर ये सूर्य को आंख दिखाने की भांति है। इस विपरीत स्थिति में सरकार ने बिजली के दामों में बढ़ोतरी कर दी है।
इससे आमजनों के सामने परेशानी बढ़नी स्वभाविक है। लोगों का मानना है कि ऐसे समय में तो दरों में कटौती कर लोगों को राहत दी जानी चाहिए थी, उल्टे प्रदेश की सरकार ने विद्युत दामों में बढ़ोतरी कर दी। मंदी के इस दौर में सरकार को यह निर्णय वापस लेना चाहिए।
ऐसा करने से यदि आम आदमी की मदद भी नहीं होगी तो कम से कम उस पर कोई आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। कोरोना के कारण एक-एक पाई सोच समझकर खर्च करनी पड़ रही है।
आर्थिक तंगी से परेशान लोग, विद्युतकर्मी काट रहे कनेक्शन
कोरोना काल के चलते लोगों के रोजगार पर फर्क पड़ा है। कुछ लोग तो अब भी ऐसे हैं। जिनका रोजगार पिछले कुछ महीनों से अब भी ठप पड़ा है।
ऐसे में बिजली के बिल जमा करने को लेकर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसकी सीधी वजह है लोगों के पास रोजगार और आर्थिक सहायता का न होना। अब इतने बुरे समय में जहा सरकार को बिजली के बिल में कटौती करनी चाहिए। वहीं, सरकार ने बिजली के बिल और दर बढ़ा रही है।
सिर्फ इतना ही नहीं जो लोग बिल भरने में सक्षम नहीं है। उनके बिजली का कनेक्शन तक काटे जा रहे हैं। जिससे लोगों को गर्मी में परेशानी से जूझना पड़ रहा है।
किसानों से धोखा, करेंगे पुरजोर विरोध
भाकियू के युवा जिलाध्यक्ष नवाब सिंह अहलावत का कहना है कि सरकार तेल, खाद, बिजली पर लगातार दामों में बढ़ोतरी कर रही है, लेकिन गन्ने के दाम में बढ़ोतरी नहीं कर रही है। ऐसे में किसानों के साथ धोखा है। सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। बिजली की बढ़ोतरी का किसान विरोध करेंगे।
सरकार के खिलाफ होगा आंदोलन
सपा नेता पवन गुर्जर का कहना है कि कोरोना वैश्विक महामारी में विद्युत दामों में बढ़ोतरी करना ठीक नहीं है। क्योंकि कोरोना में पहले ही जनता का हाल बुरा है। ऐसे में सरकार दाम बढ़ाकर जनता पर बोझ डाल रही है। ये सरकार जन विरोधी सरकार है। इसके खिलाफ आंदोलन होगा। जिससे सरकार के कानों तक आवाज पहुंचे।
सरकार करे, आम लोगों की मदद
द आपिनियन क्लब के संस्थापक उत्कृष गुप्ता का कहना है कि कोरोना महामारी के समय सरकार को आम लोगों की मदद करनी चाहिए, लेकिन विद्युत दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में आमजन के सामने परेशानी है। थोड़े समय के लिए बिलों में राहत मिलनी चाहिए और बढ़ा हुआ ब्याज भी माफ होना चाहिए।
बकरा तो कटेगा भाई।ष