- तेरहवीं के कार्यक्रम में सैकड़ों लोग जुटे, नियम सिर्फ 20 लोगों का
जनवाणाी संवाददाता |
मेरठ: एक तरफ कोरोना विकराल रूप लेता जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस और प्रशासन कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये बनाई गई गाइड लाइन का ही पालन नहीं करवा पा रहे हैं।
बुधवार को एनएच-58 स्थित ग्रेंड फाइव रिजार्ट में आयोजित एक तेरहवीं के कार्यक्रम में सैकड़ों लोग एकत्र हुए और सोशल डिस्टेंस की खुलकर धज्जियां उड़ाई गई।
हैरानी की बात ये है कि पुलिस और प्रशासन को इस बात की जानकारी होने के बाद भी रिजार्ट मालिक पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस वक्त कोरोना का ग्राफ तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। रोज 100 से अधिक आंकड़े निकल रहे हैं और मंगलवार को 150 के करीब संक्रमित निकले थे।
अनलॉक-3 में साफतौर पर कहा गया था कि शादी समारोह में 30 से अधिक लोग शामिल नहीं हो सकते हैं। इसी तरह अंतिम संस्कार और तेरहवीं में 20 से अधिक लोग शामिल नहीं होंगे। हालांकि अनलॉक शासन की इस कठोर गाइडलाइन का खुलकर मजाक उड़ाया गया, ग्रेंड फाइव रिजार्ट और रेस्टोरेंट में।
एक कोल्ड स्टोरेज मालिक की तेरहवीं के लिये रिजार्ट बुक कराया गया था। इसमें दोपहर के वक्त रिजार्ट के बाहर गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई थी।
100 से अधिक गाड़ियों में सवार होकर लोग तेरहवीं में शामिल होने आये थे। अनुमान लगाया जा सकता है कि रिजार्ट के अंदर 400 से अधिक लोग रहे होंगे। रिजार्ट में बाउंसर भी मौजूद थे। एक स्थान पर सैकड़ों लोगों की मौजूदगी ने कोरोना गाइड लाइन की धज्जियां उड़ा दी।
इस बात की जानकारी कंकरखेड़ा थाना पुलिस को भी थी, लेकिन थाना पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसकी जानकारी एडीएम सिटी अजय तिवारी के कार्यालय को भी दी गई थी।
उनकी तरफ से कहा गया कि इस क्षेत्र को एसीएम सदर सुनीता सिंह देखती है। सूत्रों ने बताया कि एसीएम को भी जानकारी मिली, लेकिन इस जगह जाने की जेहमत किसी ने नहीं उठाई। पुलिस और प्रशासन की इस तरह लापरवाही बनी रही तो कोरोना पर नियंत्रण करना असंभव साबित होगा।
पुलिस की खामोशी संदेह के दायरे में!
छोटे से अपराध में भागदौड़ करने वाली कंकरखेड़ा पुलिस और उसकी हाइवे फैंटम को ग्रेंड फाइव रिजार्ट में सैकड़ों लोगों की मौजूदगी का अहसास तक नहीं हुआ। हैरानी की बात ये है कि थाना क्षेत्र में सैकड़ों की भीड़ जुट गई और लोकल पुलिस जानकर अनजान बनी रही।
इससे साबित होता है कि पुलिस ने बिना मजिस्ट्रेट के अनुमति के इतना बड़ा आयोजन होने दिया। अगर इस रिजार्ट में आए लोग कोरोना संक्रमित निकल गए तो उसके लिये कौन जिम्मेदार होगा ?
सीसीटीवी कैमरों में कैद है लोगों की भीड़
ग्रेंड फाइव के आसपास के तीन होटलों में लगे सीसीटीवी कैमरों में सैकड़ों की भीड़ साफतौर पर कैद होगी। अगर प्रशासन इन कैमरों की फुटेज देखे तो पता चल जाएगा कि प्रशासन को धता बताकर कैसे भीड़भाड़ वाला कार्यक्रम आयोजित किया गया।