जनवाणी संवाददाता |
हल्दौर: एक ओर राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के थानों में महिला हेल्प डेस्क स्थापित कराई जा रही है वंही दूसरी ओर पति व ससुराल वालों के उत्पीड़न से परेशान महिला की शिकायत पर पुलिस द्वारा कार्यवाही न किये जाने क्षुब्ध महिला को परिजनों के साथ थाने के बहार दरी बिछाकर आमरण अनशन पर बैठना पड़ा।
हद तो तब हो गई जब पुलिस ने पीड़िता के पति के साथ साथ पीड़ित महिला और उसके परिजनों का भी धरने से उठाकर शांति भंग में चालान कर दिया। हल्दौर क्षेत्र के ग्राम खासपुरा निवासी साक्षी का विवाह तीन वर्ष पूर्व थाना क्षेत्र के ही गांव लाडनपुर निवासी सिद्धान्त पुत्र देवेंद्र से हुआ था।
पीड़िता के अनुसार विवाह के बाद से उसका पति और ससुराल वाले उसका उत्पीड़न करने लगे थे।महिला का यह भी आरोप है कि उसका ससुर उस पर बुरी नजर रखता था। आरोप है 28 अक्टूबर की शाम को उसके पति, ससुर व अन्य ससुराल वालों ने उससे मारपीट की और तमंचे से फायर कर उसे जान से मारने का प्रयास किया।
पीड़िता द्वारा मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस के साथ ही पुलिस अधीक्षक से भी की गई थी। चार दिन पूर्व परिजनों के साथ थाने पहुंची विवाहिता ने तीन दिन में कार्यवाही न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी थी। सोमवार की सुबह महिला थाने के बहार अनशन पर बैठ गई। पुलिस ने महिला और उसके परिजनों को जबरन अनशन से उठा दिया। प्रभारी निरीक्षक जीत सिंह के अनुसार महिला व उसके परिजनों के साथ ही उसके पति व ससुर का शांति भंग की धाराओं में चालान किया गया है।