- थानाभवन में दो दिवसीय जिला स्तरीय औद्यानिक प्रदर्शनी
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने किसानों का आह्वान करते हुए कहा कि वे वैज्ञानिक तकनीकी अपनाकर खेती करें। इससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी। गन्ना मंत्री ने कहा कि अन्नदाता के परिश्रम को आंका नहीं जा सकता।
बृहस्पतिवार को मुख्य अतिथि एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने थानाभवन ब्लॉक परिसर में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत दो दिवसीय जिला स्तरीय औद्यानिक प्रदर्शनी का शुभारम्भ फीता काटकर एवं मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
उसके बाद गन्ना मंत्री ने औद्यानिक फसलों से संबंधित लगाए गए स्टालों का अवलोकन कर जानकारी प्राप्त की। गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने इस दौरान उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए आधुनिक तकनीक के साथ जुड़कर खेती करने के लिए प्रेरित किया।
गन्ना मंत्री ने कहा कि जनपद में किसान सहफसली कर विशेषज्ञता के साथ खेती कर रहे हैं। इससे आने वाले समय में थानाभवन नंबर एक पर होगा। गन्ना मंत्री ने कहा थानाभवन क्षेत्र के अंदर, बिना मसाले की शक्कर,गुड, अचार एवं बहनों के प्रयास से फूलों की खेती कर जो प्रयास किए जा रहे हैं, वह वाकई सराहनीय है।
उन्होंने किसानों से कहा कि वैज्ञानिक को द्वारा बताई जा रही बातों को समझे तकनीकी के साथ जुड़कर खेती करें। गन्ना मंत्री ने कहा कि अन्नदाता के परिश्रम को आंका नहीं जा सकता। गन्ना मंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी एवं स्टॉल का अवलोकन किया। साथ ही, उद्यान से जुड़ी फसलों में सराहनीय कार्य करने वाले किसानों को शॉल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
गोष्ठी के अवसर पर जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कृषकों को बागवानी की नवीनतम तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्य विकास अधिकारी शंभूनाथ तिवारी ने कृषकों को समूह के साथ फसल उपज के विपणन मे कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उप निदेशक कृषि डा. शिव कुमार केसरी ने कृषकों को अपनी •ाूमि का मृदा प्ररिक्षण उपरांत उर्वरक प्रयोग करने का सुझाव दिया।
फ्लोरीकल्चर एवं मसाला क्षेत्र पर जोर
गोष्टी में के जिला उद्यान अधिकारी डा. हरित कुमार ने किसानों को जनपद में संचालित राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत आम, अमरूद रोपण, गेंदा पुष्प क्षेत्र विस्तार, प्याज, लहसुन मसाला क्षेत्र विस्तार एवं सरक्षित खेती में पॉली हाउस कार्यक्रम, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उपघटक पर ड्राप मोर क्राप, माइक्रोईरीगेशन योजनांतर्गत लघु एवं सीमान्त कृषकों के लिए 90 प्रतिशत एवं सामान्य कृषकों के लिए अनुदान के बारे में जानकारी दी। साथ ही, किसानों को योजनाओं का लाभ लेने के लिये पंजीकरण कराने के लिए प्रेरित किया।
खाद्य प्रसंस्करण के लिए किया प्रोत्साहित
औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केन्द्र सहारनपुर से संयुक्त निदेशक बीपी राम ने अमरुद की संघन बागवानी एवं कीट विशेषज्ञ डा. अशोक कुमार ने आम बागवानी पर कीट व्याधि रोग नियंन्त्रण, वैज्ञानिक डा. आईके ने फलों की तुड़ाई के उपरांत प्रबंधन पर व्याख्यान दिया।
सहारनपुर की खाद्य प्रसंस्करण अधिकारी मधु चौधरी ने आम का मूल्य संवर्द्धन एवं प्रसंस्करण पर जानकारी दी। साथ ही, किसानों को खाद्य प्रसंस्करण, कुटीर उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मेरठ के विषय विशेषज्ञ द्वारा पॉली हाउस में संकर सब्जियों की संरक्षित खेती, फूलों की व्यवसायिक खेती एवं मौन पालन व्यवसाय की जानकारी दी। कृषि विज्ञान केन्द्र जलालपुर के द्वारा शाकभाजी फसलों में कीट व्याधि नियंन्त्रण सब्जी फसलों की जैविक खेती एवं कृषकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान किया गया।