जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर विदेशी दौरे के चलते चर्चा में हैं। नेपाल के एक पब का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें राहुल एक चीनी महिला के साथ नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह महिला नेपाल में चीन की राजदूत होउ यांकी हैं।
माना जाता है कि जब नेपाल में केपी शर्मा ओली की सरकार थी तो यांकी यहां एंटी इंडिया कैंपेन चला रही थीं। साथ ही 2020 में ओली सरकार को बचाने के लिए भी यांकी ने काफी कोशिशें की थीं।
ऐसे में आइए जानते हैं कि कौन हैं नेपाल में चीनी राजदूत होउ यांकी? कैसे यांकी ने नेपाल में एंटी इंडिया कैंपेन चलाया था। नेपाल की राजनीति में यांकी का कितना दखल रहा है?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नेपाल के एक पब का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह नेपाल का मशहूर पब लॉर्ड ऑफ ड्रिंक्स (LOD) है। राहुल जिस महिला के साथ हैं उसे नेपाल में चीनी राजदूत होउ यांकी बताया जा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नेपाल के एक पब का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह नेपाल का मशहूर पब लॉर्ड ऑफ ड्रिंक्स (LOD) है। राहुल जिस महिला के साथ हैं उसे नेपाल में चीनी राजदूत होउ यांकी बताया जा रहा है।
सबसे पहले जानते हैं कि राहुल गांधी के पब जाने वाले वीडियो में आखिर है क्या ?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नेपाल के एक पब का वीडियो वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि यह नेपाल का मशहूर पब LOD-लॉर्ड ऑफ ड्रिंक्स है।
राहुल जिस महिला के साथ हैं उसे नेपाल में चीनी राजदूत होउ यांकी बताया जा रहा है। वायरल वीडियो काठमांडू के रहने वाले भूपेन कुंवर ने फेसबुक पर 2-3 मई 2022 की रात को शेयर किए हैं।
एक वीडियो में राहुल गांधी अपने फोन में बिजी हैं। दूसरे वीडियो में वे एक लड़की के साथ खड़े हैं और उनसे कान में कुछ कह कर रहे हैं।
इस वीडियो पर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी मित्र देश नेपाल में एक दोस्त की शादी में गए, जो एक जर्नलिस्ट भी है। दोस्त और परिवार होना, शादियों में जाना हमारी संस्कृति का हिस्सा भी है।
नेपाल की वेबसाइट काठमांडू पोस्ट ने भी राहुल गांधी के दौरे पर खबर की है। 2 मई को छपी खबर के मुताबिक, राहुल गांधी अपने दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए नेपाल आए हैं।
खबर में लिखा है कि राहुल गांधी की दोस्त का नाम सुमनिमा उदास है। वो सीएनएन की पूर्व संवाददाता हैं और नीमा मार्टिन शेरपा से शादी कर रही हैं। ये शादी मंगलवार को हो रही है और रिसेप्शन 5 मई को होगा।
होउ यांकी कब से नेपाल में चीन की राजूदत हैं ?
होउ यांकी चीनी डिप्लोमैट हैं। वह 2018 से नेपाल में चीन की राजदूत हैं। यांकी को साउथ एशियाई मामलों का जानकार माना जाता है।
यांकी ने मिनिस्ट्री ऑफ फॉरेन अफेयर्स में भी लंबे वक्त तक डिप्टी डायरेक्टर की भूमिका निभाई और कई अहम फैसले लिए, जिनसे चीन का संबंध पड़ोसी देशों से प्रभावित हुआ।
यांकी चीनी राजदूत के तौर पर 1998 से 2001 के दौरान पाकिस्तान में भी रह चुकी हैं। यांकी के कूटनीतिक दिमाग का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एकदम अलग संस्कृति वाले देश में मेलजोल बढ़ाने के लिए उर्दू भाषा सीखी। यांकी पाकिस्तान के नेताओं से मिलने पर फ्लूएंट उर्दू बोला करती थीं।
पाकिस्तानी सरकार के लिए भी यांकी ने कई नीतियों पर काम किया है। इनमें से कई नीतियां ऐसी भी थी जिनका संबंध भारत से था। पाकिस्तान में उनकी सफलता को देखते हुए उन्हें नेपाल भेजा गया।
क्या है चीन की वुल्फ वॉरियर डिप्लोमेसी जिनका ताल्लुक यांकी से है ?
होउ यांकी चीन की वुल्फ वॉरियर राजनयिकों की नई पीढ़ी से ताल्लुक रखती हैं। ऐसे चीनी राजनयिक चीन के बचाव के लिए उग्र और बेअदब तरीका अपनाते हैं और कई बार तो बेबुनियाद साजिश रचने का आरोप लगाते हैं।
वुल्फ वॉरियर डिप्लोमेसी शब्द का इस्तेमाल राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2019 में चीन के लिए बढ़ती अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों के बीच किया था। इस दौरान चीन का अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध और हांगकांग में विरोध प्रदर्शन चरम पर था।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चीनी राजनयिकों के आक्रामक नजरिए के कारण उन्हें वुल्फ वॉरियर कहा जा रहा है। यह नाम चीन की फिल्मों से लिया गया।
वुल्फ वॉरियर और वुल्फ वॉरियर-2 चीन की बेहद पॉपुलर फिल्में हैं। इनमें चीन की एलीट स्पेशल फोर्स अमेरिकी नेतृत्व वाले भाड़े के सैनिकों और दूसरे लोगों से टक्कर लेती है। इसमें चीनी स्पेशल फोर्स के लोग हिंसक और कट्टरता की हद तक राष्ट्रवादी दिखाई देते हैं।
स्पेशल फोर्स के लोग चीनी खासियतों से भरे रैम्बो हैं। एक प्रोमोशनल पोस्टर में मुख्य किरदार अपनी मिडिल फिंगर को उठाते हुए कहता है, जो चीन को नुकसान पहुंचाएगा, वह चाहे कितना भी दूर क्यों नहीं हो, नष्ट कर दिया जाएगा।
चीनी राजदूत के नेपाली सेना के प्रमुख थापा से भी अच्छे संबंध बताए जाते हैं। इसकी बानगी 13 मई 2020 को उस वक्त देखने को मिली थी, जब काठमांडू में होउ यांकी ने अपने देश की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA के एक कार्यक्रम का आयोजन किया तो उसमें नेपाली सेना के प्रमुख जनरल थापा मुख्य अतिथि थे।
चीनी राजदूत के नेपाली सेना के प्रमुख थापा से भी अच्छे संबंध बताए जाते हैं। इसकी बानगी 13 मई 2020 को उस वक्त देखने को मिली थी, जब काठमांडू में होउ यांकी ने अपने देश की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी PLA के एक कार्यक्रम का आयोजन किया तो उसमें नेपाली सेना के प्रमुख जनरल थापा मुख्य अतिथि थे।
ट्वीट के जरिए डिप्लोमेसी करने में माहिर हैं यांकी ?
यांकी सोशल मीडिया को भी अपने देश की स्थिति मजबूत करने के लिए इस्तेमाल करती आई हैं। खासकर ट्विटर पर वे चीन की छवि को बेहतर बनाने के लिए जानी जाती हैं। इसे राजनैतिक शब्दावली में सॉफ्ट पावर बढ़ाना कहते हैं।
होउ के ट्विटर पर 65 हजार से ज्यादा फालोअर्स हैं और वो उन सबको हमेशा याद दिलाती रहती हैं कि चीन और नेपाल के रिश्ते कितने गहरे हैं। कभी-कभी वो नए साल की मुबारकबाद देती हैं, कभी फिल्मों की टिकट को तोहफे में देती हैं, कभी बहुत ही कलात्मक तरीके से खींचे गए पोर्टरेट्स और कभी अपने साथियों के गुस्से वाले ट्वीट को री-ट्वीट करती हैं।
नेपाल में ओली सरकार के दौरान कैसा यांकी ने कैसे एंटी इंडिया कैंपेन चलाया था ?
चीनी राजनयिकों की नई पीढ़ी से ताल्लुक रखने वाली वुल्फ वॉरियर होउ ने बेहद कम समय के अंदर के नेपाल के सत्ता गलियारों में जोरदार पकड़ बना ली थी। होउ यांकी 2020 में नेपाल में सियासी संकट के दौरान काफी चर्चा में रही थीं।
बताया जाता है कि नेपाल में 2020 में केपी शर्मा ओली सरकार में चीनी राजदूत होउ यांकी ने काफी मजबूत पकड़ बना ली थी। यांकी का पीएम ओली के दफ्तर और यहां तक कि निवास पर भी लगातार आना-जाना था।
एक्सपर्ट बताते हैं कि नेपाल का नया नक्शा बनवाने के पीछे भी यांकी का ही हाथ है। 2020 में नेपाल की ओर से जारी इस नक्शे में कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिपुलेख को नेपाल की सीमा में दिखाया गया था। यांकी ने ही उस समय के पीएम ओली और नेपाल की संसद को इसके लिए तैयार किया था।
इन पर फिलहाल भारत का कब्जा है, लेकिन नेपाल उन पर अपनी दावेदारी पेश करता रहा है। इस नक्शे को 2020 में भारत के खिलाफ नेपाल के बड़े कदम के तौर पर देखा गया था।
2020 में नेपाल के कुछ अखबारों ने अपने संपादकीय में राजदूत होउ यांकी और चीन की देश की घरेलू राजनीति में दखल देने के लिए आलोचना भी की थी।
ऐसा नहीं है कि केवल मीडिया ने ही यह मुद्दा उठाया बल्कि विपक्षी नेताओं, विदेश नीति मामलों के जानकार और यहां तक कि छात्रों ने भी इस पर सवाल उठाए थे।
पूर्व विदेश मंत्री और राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के चेयरमैन कमल थापा ने ट्वीट किया था कि क्या रिमोट कंट्रोल से चल रहा कोई लोकतांत्रिक गणराज्य नेपाली लोगों का फायदा कर सकता है?
नेपाल में 2020 में होउ यांकी की हनक का आलम यह था कि चह नेपाल के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ जनरल पूरन चंद्र थापा से लेकर प्रधानमंत्री केपी ओली के घर तक जब चाहे आ जा सकती थीं।
नेपाल की राष्ट्रपति चीनी राजदूत को स्पेशल डिनर पर बुलाती हैं और अकेले में मुलाकात करती थीं। इसकी जानकारी खुद नेपाल के विदेश मंत्रालय को भी नहीं दी जाती थी।
यांकी ने नेपाल में चुनाव से पहले दोनों कम्युनिस्ट पार्टी के गठबंधन में अहम भूमिका निभाई। इतना हीं नहीं, जब ओली की पार्टी टूटने की कगार पर पहुंची तो उन्होंने इसे टूटने से बचाया था।
यांकी सिर्फ डिप्लोमैसी तक अपनी पहुंच सीमित नहीं रखती। वे नेपाल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेती हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वे स्थानीय लड़कियों के साथ डांस करती भी नजर आई थीं।
नेपाल में 2020 में केपी शर्मा ओली सरकार में चीनी राजदूत होउ यांकी ने काफी मजबूत पकड़ बना ली थी। यांकी का पीएम ओली के दफ्तर और यहां तक कि निवास पर भी लगातार आना-जाना था।
नेपाल में 2020 में केपी शर्मा ओली सरकार में चीनी राजदूत होउ यांकी ने काफी मजबूत पकड़ बना ली थी। यांकी का पीएम ओली के दफ्तर और यहां तक कि निवास पर भी लगातार आना-जाना था।
केपी शर्मा ओली को हनी ट्रैप में फंसाने का दावा क्या था ?
नेपाल के PM रहे केपी शर्मा ओली को लेकर रिटायर्ड मेजर गौरव आर्य ने 2020 में कहा था कि ओली हनी ट्रैप में फंसे हुए हैं और चीन के पास ओली का वीडियो भी है। यानी यांकी ही ओली को कंट्रोल करती है। सिर्फ मेजर गौरव आर्य ही नहीं, बल्कि कई ऐसे लोग और थे जो ओली और यांकी के बीच के कनेक्शन पर सवाल उठा रहे थे।