- 100 दिनों में विद्यालयों को पाइप पेयजल योजना से जोड़ा जाएगा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रदेश में आज बेसिक शिक्षा विभाग में चयनित नवनियुक्त 31277 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये। लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से नवनियुक्त सहायक अध्यापकों व अध्यापिकाओं को संबोधित करते हुये कहा कि वह योग्य शिक्षक के रूप में समाज व राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि यह खुशी का पल है। वहीं मेरठ में एनआईसी व सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया व 112 सहायक अध्यापको व अध्यापिकाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किये गये।
चौधरी चरण सिंह विवि के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम का शुभारम्भ सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन कर किया। लखनऊ से सीधे प्रसारण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे मार्ग पर चलने से परिणाम भी अच्छा होता है।
उन्होंने वर्चुअल संवाद के दौरान नियुक्त सहायक अध्यापक व अध्यापिकाओं से पूछा कि उन्हें नियुक्ति के उपरान्त कैसा लग रहा है, जिस पर सभी ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 100 दिनों में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयो को पाइप पेयजल योजना से आच्छादित किया जायेगा।
आज 31277 नव नियुक्त सहायक अध्यापकों व अध्यापिकाओं को नियुक्ति पत्र दिये गये हैं, जिसमें से 6675 शिक्षामित्र है। पिछली सरकारों ने शिक्षामित्रों की योग्यता का सम्मान नहीं किया, लेकिन वर्तमान प्रदेश सरकार ने उनका सम्मान किया व उन्हें नियुक्ति दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 से उनकी वर्तमान सरकार का कार्यकाल में अभी तक 50 लाख से अधिक बच्चों की संख्या बेसिक शिक्षा परिशद के विद्यालयों में बढ़ी है। जोकि अब करीब 1.80 करोड़ हो गयी है। उनकी सरकार में स्कूल चलो अभियान चलाया गया तथा बच्चों को नि:शुल्क जूते, मौजे, स्वेटर, बस्ता आदि दिया गया।
साथ ही आॅपरेशन कायाकल्प के माध्यम से मूलभूत सुविधाओं में आमूलचूल परिवर्तन लाये है तथा कई विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का संचालन भी किया जा रहा है। टेक्नोलोजी को बढ़ावा दिया जा रहा है। सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता है, इसलिए सभी नव नियुक्त अध्यापक व अध्यापिकाएं पूरी ईमानदारी, निष्ठा व समर्पण की भावना से देश की भावी पीढ़ी को शिक्षित करें।
उन्होंने सभी को इस अवसर पर बधाई दी। बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येन्द्र कुमार ढ़ाका ने बताया कि जिन 112 नवनियुक्त सहायक अध्यापक व अध्यापिकाओं को आज नियुक्ति पत्र दिये गये हैं। उनकी तैनाती बेसिक शिक्षा परिशद के ग्रामीण विद्यालयों में की जायेगी। इस अवसर पर विधायक मेरठ दक्षिण डा. सोमेन्द्र तोमर, विधायक सिवालखास जितेन्द्र पाल सतवई, विधायक हस्तिनापुर दिनेश खटीक, आयुक्त अनीता सी मेश्राम, डीएम के बालाजी, सीडीओ ईशा दुहन, हर्श गोयल सहित अन्य अधिकारी, नव नियुक्त सहायक अध्यापक व अध्यापिकाएं आदि उपस्थित रहे।
आज से बीएसए कार्यालय में होगी ज्वाइनिंग
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिन 112 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। वह सभी शनिवार को बीएसए कार्यालय पर जाकर ज्वाइनिंग ले सकते हैं। जिसके लिए उनके पास स्वास्थय विभाग का सर्टिफिकेट होना अनिवार्य हैं। वहीं सहायक अध्यापकों को विद्यालय आवंटित लखनऊ से होगा।
ऐसे में अब सहायक अध्यापकों को शासन के अगले आदेश का इंतजार करना होगा। शासन की तरफ से शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। जिसके बाद सहायक अध्यापक विद्यालय में चार्ज लेते हुए अपने कार्य कर पाएंगे। बता दें कि जिन सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितिरत किए गए हैं। उनमें से काफी सहायक अध्यापक 12 वर्षों से शिक्षा मित्रों के रूप में कार्य कर रहे हैं। ऐसे में उनके अनुभव से बेसिक शिक्षा विभाग में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता हैं।
सहायक अध्यापक सुधीर मलिक ने कहा कि नियुक्ति पत्र का काफी दिनों से इंतजार था। जिसमें कई बार यह घोषणा हुई की नियुक्ति पत्र मिलेगा, लेकिन वह सिर्फ घोषणा तक रही। ऐसे में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण कराया। उसे उनकों काफी खुशी मिली।
सहायक अध्यापक शुभम चौधरी ने कहा कि परीक्षा देने के बाद हर किसी को परीक्षा परिणाम का इंतजार रहता है। ऐसे में जब परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो काफी खुशी मिलती है, लेकिन जब परिणाम की मार्कशीट न मिल पाएं तो वो परिणाम किस काम का। इसी तरह से सहायक अध्यापक परीक्षा परिणाम में सफल होने के बाद नियुक्ति पत्र मिलने का इंतजार था।
शिक्षिका रीना ने कहा कि बहुत दिनों से नियुक्ति पत्र मिलने का इंतजार कर रहे थे। ऐसे में आज जब नियुक्ति पत्र मिला तो यह उनके लिए यह सर्वश्रेष्ठ पल है। क्योंकि इसके लिए काफी संघर्ष किया था। ऐसे में जब नियुक्ति पत्र मिल गया है तो जैसे ही विद्यालय आवंटित होगा। उसके बाद बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कार्य करेंगी।
सहायक अध्यापिका अर्चना ने नियुक्ति पत्र मिलने पर खुशी जताते हुए सरकार की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एक सपना था, जोकि अब पूरा हो। उन्होंने कहा कि इस सपने को पूरा करने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन अब ये सपना पूरा हुआ है। बच्चों के भविष्य को सवारने के लिए वह कार्य करेगी।