- ट्वीटर पर की गई शिकायत के बाद हो रही हैं चर्चाएं
- पुरबालियान के युवक ने उठाई आपत्ति, 24 घंटे में 13 मस्जिदों में पांच समय 65 बार अजान होने से होती है दिक्कत
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: पूरे देश में अज़ान को लेकर छिड़े विवाद का असर अब मुजफ्फरनगर में भी पहुंच गया है। मुजफ्फरनगर के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पुरबालियान में रहने वाले एक छात्र ने ट्वीटर पर जिलाधिकारी, एसएसपी समेत मुख्यमंत्री को अजान से पढ़ाई में व नींद में खलल पड़ने की शिकायत कर नई बहस को जन्म दे दिया है। इस शिकायत के बाद कुछ लोग शिकायतकर्ता की पैरवी कर रहे हैं, तो कुछ इसे सौहार्द्र बिगाड़ने जैसी हरकत करार दे रहे हैं।
मुजफ्फरनगर जनपद के मंसूरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पुरबालियान निवासी गौरव सेन काकरान ने ट्वीटर के जरिये जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर से शिकायत की है कि उनके गांव में 13 मस्जिद है। 24 घंटे में 5 बार एक ही अजान को 65 बार जोर-शोर के साथ दोहराई जाती है, जिसकी वजह से उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। नींद में खलल पड़ती है और साथ ही साथ उनकी धार्मिक भावनाएं भी आहत होती है।
युवक ने अपनी शिकायत में ध्वनि प्रदूषण का भी आरोप लगाया है। युवक ने इस मामले में कार्रवाई किये जाने की मांग की है। गौरव काकरान ने अपनी शिकायत केवल मुजफ्फरनगर के डीएम को ही टैग नहीं की है, बल्कि एसएसपी अभिषेक यादव, सीएम योगी आदित्यनाथ के निजी (च्मतेवदंस) और ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट को टैग करके की है।
गौरव काकरान द्वारा ट्विीटर पर की गयी शिकायत का जिलाधिकारी कार्यालय द्वारा संज्ञान लिया गया है। इस शिकायत पर जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल द्वारा रिप्लाई किया गया कि वो अपनी शिकायत व्हाट्सएप के जरिए दर्ज करा सकते हैं। रिप्लाई में लिखा गया है कि आप अपनी शिकायत ‘डीएम वार रूम’ में 9897749888 पर व्हाट्सएप के माध्यम से दर्ज करा सकते हैं।
शिकायत को लेकर क्या हैं लोगों की प्रतिक्रियाएं
गौरव काकरान द्वारा मस्जिद में अजान को लेकर की गई शिकायत को लेकर लोगों की अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ इस शिकायत को जायज ठहरा रहे हैं,तो कुछ शिकायत को साम्प्रदायिक सौहार्द्र करने की एक हरकत बता रहे हैं।
इस संबंध में जब आवाज-ए-हक़ सामाजिक संस्था के अध्यक्ष शादाब खान से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि ये ठीक है कि अज़ान 24 घंटे में पांच बार होती है, परन्तु अज़ान का टाईम मुश्किल से 1 मिनट होता है, जिससे किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए और अज़ान नई एक्टिविटी नहीं है, बल्कि सदा से होती चली आ रही है।
हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र पंवार ने कहा कि लाउडस्पीकर (स्वनकेचमंामत) से अजान के कारण लोगों को परेशानी होती है। हम ये नहीं कह रहे कि अजान नहीं होनी चाहिए… होनी चाहिए, लेकिन अज़ान बिना लाउडस्पीकर के होनी चाहिए, ताकि किसी को परेशानी न हो। उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व सदस्य मुफ्ती जुल्फिकार ने कहा कि अज़ान को लेकर बेवजह मुद्दा बनाया जा रहा है।
मुजफ्फरनगर के हिन्दू व मुस्लिम हमेशा से शान्ति व सौहार्द्र से रहते आये हैं, यहां पर न तो मुस्लिमों को हिन्दुओं की आरती से ऐतराज रहा है और न ही अज़ान से हिन्दुओं को, परन्तु कुछ समय से देश का माहौल बिगाड़ने के लिए इस तरह की हरकतें हो रही हैं।
क्रान्ति सेना के संस्थापक ललित मोहन शर्मा ने कहा कि यह मांग एकदम जायज है, सुप्रीम कोर्ट लाउडस्पीकर पर बेन लगा चुका है, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन होना चाहिए।