- थानाभवन क्षेत्र दूसरे दिन भी खाकी की धमक से बना छावनी
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गिरफ्तार और बुधवार को कस्बा जलालाबाद से प्रस्तावित किसान यात्रा के मद्देनजर पुलिस ने सपा के प्रमुख नेताओं को दूसरे दिन भी उनके घरों में कैद करे रखा। इस दौरान थानाभवन और जलालाबाद क्षेत्र पुलिस की सतर्कता से छावनी बना रहा। देर शाम तक भी पुलिस का पहरा सपाईयों के घरों से नहीं हटा था।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा किसान आंदोलन को समर्थन के बाद पुलिस द्वारा उनको गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन के समर्थन सपा कार्यकर्ताओं से अपने-अपने क्षेत्रों में 9 दिसंबर से किसान यात्राएं प्रारंभ करने के निर्देश दिए थे।
जिस पर सपा जिलाध्यक्ष ने हाईकमान के निर्देश पर कस्बा जलालाबाद से पार्टी के जिला कार्यालय तक दुपहिया वाहनों से बुधवार को कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए किसान यात्रा निकाले जाने का ऐलान किया था। हालांकि उप जिला मजिस्ट्रेट शामली संदीप कुमार ने एक दिन पहले ही किसान यात्रा को एसओ थानाभवन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कोरोना महामारी के चलते अनुमति प्रदान नहीं की थी। फिर भी, खुफिया विभाग और पुलिस को सपाईयों द्वारा किसान यात्रा निकाले जाने की सूचनाएं मिल रही थी। इसके चलते बुधवार की सुबह से ही पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया था।
इसके चलते पुलिस ने भारत बंद में सपा जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी तथा सपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व जिलाध्यक्ष राशिद पहलवान को उनके घरों पर नजरबंद कर दिया था। बुधवार को भी चौधरी और पहलवान को नजरबंद रखे रखा। इनके अलावा बुधवार को पूर्व मंत्री किरणपाल कश्यप, जिला पंचायत सदस्य शेरसिंह राणा, गन्ना विकास परिषद के चेयरमैन वीरसिंह मलिक, थानाभवन विधानसभा अध्यक्ष राव तफरूज, कैराना विधानसभा अध्यक्ष डा. सत्यपाल कश्यप, सपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप चौधरी सिंभालका, पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष संजय उपाध्याय, प्रबुद्ध प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष रवि बालियान, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ जिलाध्क्ष गफ्फार मलिक, नफीस राणा आदि को भी उनके घरों पर पुलिस की पहरेदारी में नजरबंद रखा गया।
दूसरी ओर, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रोफेसर सुधीर पंवार का कहना है कि समाजवादी पार्टी विपक्ष में रहे या सत्ता में, हमेशा किसानों के लिए काम करती रही है। मुलायम सिंह यादव के मुख्यमंत्री रहते नई चीनी मिलें लगाई गई तथा रिकार्ड गन्ना मूल्य बढ़ाए गए। अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहते हुए गन्ना मूल्यों मे 65 रुपये प्रति कुन्तल की बढ़ोतरी हुई। सिंचाई मुफ्त की गई।
किसानों का सहकारी बैंकों से लिया गया कर्ज माफ किया गया तथा खेत एवं गांव के बिजली फीडर अलग कर दिन में सिंचाई करने के लिए बिजली देने की व्यवस्था की गई। जबकि भाजपा ने किसानों से चुनावों मे किए गए वायदे पूरा करना तो दूर उल्टे एमएसपी की व्यवस्था समाप्त करने के लिए कघनून लाई है जिससे किसानों का नुकसान व कारपोरेट का लाभ होगा।
नजरबंद सपा जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी का कहना है कि हम किसानों के लिए सरकार की हर कार्यवाही सहन करने के लिए तैयार है,पार्टी कार्यकर्ता किसानो को भाजपा के किसान विरोधी एजेंडे को जनता तक पहुंचाते रहेंगे।
पुलिस नहीं दबा सकती आवाज: शेरसिंह
जलालाबाद: बुधवार को किसान यात्रा निकाले जाने की योजना को पुलिस प्रशासन द्वारा यात्रा के आयोजक सपा नेता जिला पंचायत सदस्य शेर सिंह राणा को उनके दखौडी जमालपुर स्थित आवास पर दिन निकलते ही नजरबंद कर दिया गया। उनके घर के बाहर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। इतना ही नहीं, जललाबाद कस्बे में दिल्ली- सहारनपुर हाईवे पर नये बस स्टैंड को पुलिस क्षेत्राधिकारी थानाभवन अमित सक्सेना व उप जिलाधिकारी शामली संदीप कुमार नेतृत्त्व मे छावनी मे तब्दील कर दिया गया।
एक कंपनी पीएसी तथा सर्किल के समस्त थाना प्रमारियों को पुलिस बल के साथ तैनात कर दिया गया जिसके चलते सपा का कोई भी कार्यकर्ता नहीं पहुंच सका। इस पूरे मामले पर जिला पंचायत सदस्य शेरसिंह राणा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन किसान की आवाज को बल पूर्वक अलोकतांत्रिक तरीके से दबाना चाहते हैं। परन्तु, समाजवादी पार्टी ये सब होने नहीं देगी। वह नेताओं को बंधक बनाकर घर में तो रोक सकती है परन्तु उनकी आवाज को नहीं रोक सकती। आज नहीं तो फिर किसी अन्य दिन किसानों की आवाज को जनयात्रा के माध्यम से फिर प्रदर्शन किया जाएगा।