- सड़क में गड्ढे नहीं, गड्ढों में भी कहीं सड़क दिखाई नहीं देती
- व्यापारी बोले-सड़कों के टूटकर जर्जर होने के कारण कारोबार पर भी पड़ा असर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की कई सड़कें जर्जर होने के साथ इतनी जर्जर हालत में जा पहुंची है कि सड़क में होना तो आम बात है, लेकिन सड़कों में गड्ढे होना तो दूर, गड्ढों में सड़क दिखाई नहीं देती। सोमवार को हुई हल्की सी बारिश को चोक नाले नहीं झेल पाये। जिसमें बरसात एवं चोक नालों का दूषित पानी सड़कों पर जलभराव के रूप में जमा हो गया। सड़कों पर पैदल चलना तो दूर की बात दुपहियां वाहन चालकों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी।
नगर निगम के द्वारा जर्जर सड़कों की समय-समय पर मरम्मत का कार्य नहीं कराये जाने एवं चोक नालों की साफ सफाई समय पर नहीं करना मुख्य रूप से शामिल है। वहीं डेयरी संचालकों के द्वारा नाली/नालों में गोबर युक्त पानी को सबमर्सिबल आदि के द्वारा बहा दिये जाने के कारण बिन बरसात के भी सड़कों पर जलभराव की गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। सोमवार को दोपहर के समय हुई बारिश से सड़कों पर बरसात व चोक नालों का दूषित पानी भारी मात्रा में जमा हो गया। जिस कारण सड़कें तालाब में तब्दील दिखाई दी।
दृश्य-1
- डेयरी फार्म रोड भी हुआ बदहाल
इसमें एसएसपी आवास से माल रोड कंकरखेड़ा को जाने वाली सड़क भी कई जगहों से टूट गई है। सड़क में गहरे गड्ढे बन गये हैं। जिसके चलते इस मार्ग से होकर गुजरना दूभर हो गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि डेयरी फार्म कंकरखेड़ा से मवाना माल रोड तक सड़क में इतनी जगह गड्ढे बने हैं कि मानों गड्ढों में सड़क ही न दिखाई दे। कुछ डेयरी संचालक डेयरी का गोबर युक्त दूषित पानी नाली व नालों में बहा देते हैं। जोकि ओवरप्लो होकर सड़क पर आ जाता है। जिसके चलते सड़क पार दूषित पानी का जलभराव होने से सड़क टूट जाती है।
दृश्य-2
- हापुड अड्डे से भूमिया पुल, लिसाड़ी गेट चौपला, गोलाकुआं तक की मुख्य सड़कें हुई जर्जर
महानगर में वैसे तो न जाने कितनी सड़कें टूटकर जर्जर हालत में जा पहुंची है, लेकिन मुख्य रूप से महानगर की हापुड़ अड्डे से लिसाड़ी गेट चौपला सड़क कई वर्षों से जर्जर हालत में है। सड़क में एक फीट से डेढ़ फीट तक के गहरे गड्ढे बन गये हैं। मानों सड़क में गड्ढे होना तो आम बात है, लेकिन यहां तो उसका ठीक उलट है। गड्ढों में भी सड़क दिखाई नहीं देती। सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है।
जिसमें सड़क पर फैली बजरी एवं वाहनों से उड़ने वाली धूल से सड़क किनारे के दुकानदार एवं अन्य लोग खासे परेशान हैं। वहीं, इस समस्या को चोक नाली एवं नालों के दूषित पानी से होने वाले सड़कों पर जलभराव ने दोगुना बढ़ा दिया है। जिसमें वार्ड-72 से होकर गुजरने वाली हापुड़ रोड पर बनी सड़क पूरी तरह से टूट चुकी है। जिसमें दुकानदार संजय वर्मा, पप्पू अब्बासी ने बताया कि मीडिया ने भी कई बार इस टूटी सड़क को प्रमुखता से छापा, लेकिन नगर निगम ने इस पर संज्ञान नहीं लिया।
जिसके चलते अब जहां उन्हे जर्जर सड़क एवं सड़क पर जमा होने वाले दूषित पानी से परेशानी पैदा होती थी। वहीं, अब उनका कारोबार भी ग्राहकों के दुकान पर नहीं आने के चलते चौपट होता जा रहा है। इसी टूटी सड़क के बारे में वार्ड-56 से तरुण कुमार, सुशील कुमार ने बताया कि कई वर्षों से निगम से इस टूटी सड़क को बनवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
दृश्य-3
- बागपत बाइपास रोड पर भी कई जगहों पर टूटी सड़क के कारण हुआ जलभराव
बागपत बाइपास से लेकर दिल्ली रोड तक जाने वाली सड़क भी कई जगहों से टूट चुकी है और सड़क पर दूषित पानी के जलभराव की समस्या को लेकर जहां स्थानीय लोग परेशान हैं। वहीं, मार्ग से होकर गुजरने वाले पैदल यात्री एवं दुपहियां वाहन चालक भी खासे परेशान हैं।
महानगर में ऐसी ही न जाने कितनी जगहों पर सड़कें टूटी है कि उनसे होकर गुजरना बड़ा मुश्किल काम है। नगर निगम की लापरवाही के चलते लोगों की इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं कराया जा रहा है। इस संबंध में नगरायुक्त अमित पाल शर्मा से बात करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका।