- 19 अक्तूबर से स्कूल खोले गये लेकिन प्रथम दिन ही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति नगण्य रही
जनवाणी संवाददाता |
शेरकोट: कोरोना महामारी के कारण सात माह बाद खुले स्कूलो में गाइड लाईन के मुताबिक छात्रछात्राओं को स्कूल में प्रवेश दिया गया। जबकि बच्चों की संख्या कम दिखाई दी।
मालूम हो कि कोविड-19 के चलते पिछले लगभग सात माह से बंद चल रहे स्कूल तो पूरी तैयारी के साथ खुले, लेकिन प्रथम दिन छात्र छात्राओं की उपस्थिति नगण्य रही। आरयूएम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य शमशाद हुसैन ने जानकारी देते हुए बताया की कक्षा 9 में लगभग 41 तो कक्षा 10 में मात्र 15 ही छात्र-छात्राएं उपस्थित हुई।
जिनको सबसे पहले साबुन से हाथ धुलवाये एवं सेनिटाईजर, टंपेचर चौक करने के साथ साथ कमरों को भी सेनिटाईजर का छिड़काव कराया गया है। जो छात्र-छात्राएं स्कूल मे बिना मास्क के आये थे। उन्हें स्कूल द्वारा मास्क वितरित करते हुए चेतावनी दी कि यदि वह आगे से बिना मास्क के आये तो उन्हें स्कूल मे प्रवेश नहीं होने दिया जायेगा।
वही प्रधानाचार्य शमशाद हुसैन ने छात्र-छात्राओं को शासन के निर्देश पर कोविड-19 महामारी के बचावों सम्बंधित शपथ ग्रहण करायी गयी। बच्चों को महामारी से बचाव के उपाय भी बताये।
शपथ ग्रहण के दौरान कैलाश चन्द्र, विजयपाल सिंह, शकील अहमद, अरशद हुसैन, रईस अहमद, आलम अंसारी, नफीस अहमद, रिजवान अहमद, मोहम्मद शहजाद सहित आदि शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे। नगर के दक्ष आदर्श वैदिक इन्टर कालेज में कक्षा नौ व 10 में मात्र एक एक तो कक्षा 11 व 12 में भी एक दो ही छात्र छात्रा पहुंची। वही पीजेएम इंटर कालेज में कक्षा नौ में नौ तो कक्षा दस में मात्र सात तथा कक्षा 11 में आठ व कक्षा 12 में मात्र एक ही बच्चा पढ़ने को आया।