जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ और लखनऊ में कोरोना के बढ़ते केसों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर लहजे में नाराजगी जतायी है। उन्होंने बकायदा ट्वीट कर मेरठ और लखनऊ में संक्रमण को लेकर हालात पर नियंत्रण की हिदायत अफसरों को दी है। दरअसल, मेरठ में काफी अरसे से मौतों का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है।
इतना ही संक्रमण की रफ्तार पर भी तमाम दावों के बाद भी नियंत्रण नहीं पाया जा सका है। हालात को लेकर शासन की गंभीरता और चिंता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसी सप्ताह प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव समेत दो सीनियर स्वास्थ्य विशेषज्ञ मेरठ में दो दिन डेरा डाले रहे।
इस दौरान उन्होंने प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से कई दौर की बातचीत की। मेडिकल प्रशासन के आला अधिकारियों व चिकित्सकों से लंबी चर्चा की। मौत आंकड़ों पर चिंता जताते हुए उनको काबू पाने के निर्देश दिए गए। प्रमुख सचिव दो टूक शब्दों में हिदायत देकर गए थे कि डेथ रेट कम किया जाए।
CM श्री @myogiadityanath जी ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कहा कि अधिक संक्रमण दर वाले जनपदों में कोविड-19 से बचाव तथा उपचार की व्यवस्था बेहतर बनाई जाए। जनपद लखनऊ और मेरठ पर विशेष ध्यान देकर इन जिलों की चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ की जाए: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 28, 2020
हर एक मरीज का जीवन महत्वपूर्ण है, लेकिन प्रमुख सचिव के दो दिनी दौरे के बाद भी जब कोरोना संक्रमण को लेकर हालात काबू में नहीं आए तो शनिवार को मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर अपनी नाराजगी व चिंता का इजहार किया। मुख्यमंत्री ने सीनियर डाक्टरों को नियमित रूप से आइसोलेशन वार्ड में राउंड के निर्देश दिए हैं।
माना जा रहा है कि सीएम की नाराजगी को देखते हुए और भी बेतहर तरीके से काम करते हुए कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अब नए सिरे से मंथन करेंगे। क्योंकि सीएम की नाराजगी का मतलब हालातों का बेहद गंभीर होना है।