- पूर्व राज्यपाल ने किसान आंदोलन को बताया जनांदोलन
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहा कि देश को बेचने का प्लान करने वाली सरकार को उखाड़ने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा।सरकार ने देश के जनता के लिए संकट खड़ा कर रखा है।किसानों का शान्ति पूर्ण आंदोलन सरकार की तानाशाही के खात्मे के लिए ताबूत की आखरी कील साबित होगा।
कई राज्यों के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने उक्त विचार मंगलवार की रात फलावदा में पूर्व चेयरपर्सन आयशा खातून के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन आम आदमी का आंदोलन है। यह आंदोलन देश को बेचने वालों के खिलाफ बगावत का ऐलान है।
किसान लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। इसका सभी पार्टी समर्थन कर रही हैं। उन्होंने सियासी हालात पर चर्चा करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में सभी विपक्षी दल अखिलेश यादव को लीडर मानकर एकजुट हों।एकजुटता से ही कामयाबी मिल सकती है।
प्रियंका के लखीमपुर खीरी के दौरे को लेकर उनका कहना था कि प्रियंका गांधी ने जुल्म के विरुद्ध तवारीख को जिंदा किया है।उन्होंने गरीबों की आवाज को उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाओं को सियासत में 50 प्रतिशत भागीदारी मिलनी चाहिए। पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कहां की सरकार हिंदुत्व का नारा देकर खेल रही है।
जनता अब धर्म के नाम पर होने वाली राजनीति को समझ चुकी है।सरकार का पतन होने जा रहा है।इस मौके पर सैय्यद ईसा, पूर्व चेयरमैन मिर्जा शफीक, नैयर आलम, शाही अब्बास, डाक्टर खालिद, हारून, याहिया, विनोद सैनी, मोहित तोमर, नईम कुरैशी, पारस गर्ग, रिटायर्ड डीएसपी तसनीम अहमद उबेदुल गनी आदि मोजूद रहे।
कुतुबशाह की दरगाह पहुंचे पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी
फलावदा: पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी ने कस्बे में स्थित कुतुबशाह जमालुद्दीन की दरगाह पर चादर चढ़ाई तथा सुख शांति के लिए दुआ मांगी। मंगलवार की शाम पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी कस्बे में स्थित ऐतिहासिक दरगाह कुतुबशाह जमालुद्दीन पहुंचे। उन्होंने कड़ी सुरक्षा के बीच मजार पर पहुंचकर कुतुबशाह की दरगाह पर हाजिरी दर्ज की।
इस दौरान उन्होंने मजार पर चादर भी चढ़ाई। बताया गया है कि उन्होंने सुख समृद्धि और भाईचारे के लिए कुतुबशाह की दरगाह पर दुआ मांगी है।उनके साथ पूर्व चेयरपर्सन पुत्र सैयद ईसा, पूर्व चेयरमैन मिर्जा शफीकउद्दीन नैयर कुरैशी, शाही अब्बास,नईम अहमद आदि गणमान्य लोग मौजूद रहे।