- 3200 टन वजनी है यह पुल, 150 मीटर है लंबाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल के अन्तर्गत बनाया गया सबसे लंबा स्टील पुल बनकर तैयार हो गया है। 150 मीटर लंबा यह पुल 25 मीटर ऊंचाई वाले तीन पिलर्स पर स्थापित किया गया है। इस पुल के बनने के साथ ही दिल्ली-मेरठ रैपिड के इस कॉरिडोर का एक और पड़ाव गुरुवार को पूरा हो गया। अब जल्द ही इस पर ट्रैक बिछाने कार्य शुरु कर दिया जाएगा।
दरअसल यह पुल गाजियाबाद स्टेशन के पास मेट्रो लाइन और सड़क मार्ग पुल को पार करने के लिए बनाया गया है। एनसीआरटीसी के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी पुनीत वत्स ने बताया कि यह स्टील पुल साहिबाबाद से दुहाई तक के 17 किमी लंबे प्राथमिकता वाले खंड का हिस्सा है और इसी खंड को अगले वर्ष तक शुरु करने का लक्ष्य है। इससे पूर्व तीन स्टील पुल ईस्टर्न पेरिफेरेल पर दुहाई और मेरठ आने जाने के लिए बन चुके हैं।
जबकि दो अन्य पुल गाजियाबाद में बनाए गए हैं। इस बड़े स्टील पुल की स्थापना क्रेन के माध्यम से टेंडम लिफ्टिंग के जरिए की गई है। दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के 82 किमी लम्बे क्षेत्र में 14000 कर्मचारी व 1100 से अधिक इंजीनियर्स कार्य कर रहे हैं। पीआरओ पुनीत वत्स के अनुसार गाजियाबाद से दुहाई के बीच के वायाडक्ट पर रेल पटरियों को जोड़ने का काम भी जारी है।
विशेषज्ञों की एक टीम नियमित रुप से पूरे कॉरिडोर की मॉनिटरिंग कर रही है ताकि प्रदूषण की समस्या से भी छुटकारा मिल सके। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार इस कॉरिडोर के सभी निर्माण स्थलों पर धूल को समाप्त करने के लिए एंटी स्मॉग गन व वॉटर स्प्रिंकलर भी लगाए गए हैं।