Saturday, April 20, 2024
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बंद पड़े ए-टू-जेड प्लांट पर डीएम हुए नाराज

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  • पालिका ईओ और प्लांट मैनेजर को बुलाकर लगाई फटकार

जनवाणी संवाददाता |

मुजफ्फरनगर: शहर के कूड़ा निस्तारण और कूड़े से जैविक खाद बनाने के लिए किदवईनगर में बनाया गया एटूजेड प्लांट सफेद हाथी बना हुआ है। पूर्व में यह प्लांट बन्द कर दिया गया था, लेकिन पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल के विशेष प्रयासों के बाद इसको एक करोड़ रुपये खर्च कर पुन: चलाया गया और अब फिर ये बन्द हो जाने से कूड़ा निस्तारण की समस्या विकराल हो रही है। इस मामले को लेकर डीएम चंद्रभूषण सिंह ने पालिका के ईओ और प्लांट मैनेजर को बुलाकर कड़ी फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द प्लांट शुरू कराये जाने की सख्त हिदायत दी है।

बता दें कि किदवईनगर में कूड़ा प्रबंधन के लिए एटूजेड सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरू किया गया था। एटूजेड कंपनी के प्लांट बन्द कर भाग जाने के बाद यह बन्द हो जाने से शहर में कूड़ा निस्तारण की समस्या बन गयी थी। इसके बाद पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल ने इस प्लांट के संचालन के लिए निजी कंपनी रोल्ज इंडिया वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लि. गाजियाबाद से अनुबंध किया और एक करोड़ रुपये खर्च करते हुए इसको शुरू कराया गया था, लेकिन पालिका के अफसरों की लापरवाही और कंपनी के द्वारा रूचि नहीं लिये जाने पर यह प्लांट फिर से बन्द हो गया। इससे शहर के कूड़ा निस्तारण की समस्या फिर से विकराल होने लगी है।

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मंगलवार को डीएम चंद्र•ाूषण सिंह ने पालिका के ईओ हेमराज सिंह को कार्यालय बुलाया और इस सम्बंध में जानकारी मांगी। इस दौरान पालिका के नोडल अफसर एडीएम प्रशासन अमित सिंह, प्लांट मैनेजर अंकित कुमार और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अतुल कुमार भी मौजूद रहे।



डीएम ने कूड़ा प्लांट बन्द होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि वहां पर जो भी कार्य होने हैं उनको तुरंत कराया जाये और उसको चलाने की तैयारी की जाये। डीएम ने सख्त हिदायत दी कि यदि प्लांट जल्द चालू नहीं किया गया तो गंभीर कार्यवाही की जायेगी।

ईओ हेमराज सिंह ने डीएम को बताया कि बारिश के कारण प्लांट के मशीन एरिया में पानी भरा हुआ है, वही टीन शैड भी टपक रहा है। बाउण्ड्री नहीं होने से भी परेशानी हो रही है। डीएम ने आज रात्रि से ही पानी निकालने की व्यवस्था के निर्देश दिये।

वहीं एडीएम प्रशासन ने बताया कि प्लांट के लिए 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत फाउण्डेशन निर्माण, बाउण्ड्री वाल और टीन शेड बदलवाने का प्रस्ताव बनाया गया है। इस पर करीब डेढ़ करोड़ रुपये का बजट खर्च किया जायेगा। उन्होंने कहा कि डीएम के निर्देश पर प्लांट को जल्द ही शुरू कराया जायेगा।

80 प्रतिशत मूल जोत से छेडछाड करने पर होगी कार्रवाई : डीएम

मुजफ्फरनगर: चकबन्दी कार्यों को प्रगति समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि 80 प्रतिशत मूल जोत से छेडछाड की गई तो ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला पंचायत सभागार में चकबन्दी कार्याे की प्रगति की समीक्षा के संबंध में बैठक आहुत की गयी। इसमें जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि जिस ग्राम में चकबन्दी है तथा वहां के किसान एंव ग्राम प्रधान गांव में चकबन्दी नही चाहतें है वो चकबन्दी कमेटी के माध्यम सें प्रस्ताव पास कराते हुए उस ग्राम को चकबन्दी से मुक्त करा दिया जायें और जिस ग्राम में चकबन्दी चल रही है उनकी शिकायतें सहायक चकबन्दी अधिकारी ग्राम में चौपाल लगाकर शिकायतों का तत्काल निस्तारण करायें यदि किसी भी अधिकारी की लापरवाही बरती गयी तों उसके विरुद्व कडी कार्यवाही की जायेगी। साथ ही जिलाधिकारी महोदय ने यह भी कहा कि 80 प्रतिशत मूल जोत से छेडछाड की तो संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही सुनिश्चित है और उन्होने कहा कि विवाद ग्रामों को चिन्हित करतें हुए संबंधित अधिकारी उसी ग्राम में बैठक कर विवादों का निस्तारण करायें। इसी के साथ जिलाधिकारी ने उपसंचालक चकबन्दी, बंदोबस्त अधिकारी चकबन्दी, चकबन्दी अधिकारी के न्यायालय में लंबित मुकदमों को यथाशीघ्र निस्तारण करायें साथ ही उक्त के स्तर से जिन ग्रामों में चकबन्दी का कार्य पूर्ण नही हुआ है या कार्य जारी है उन्हे भी ग्राम में चौपाल लगाकर निस्तारण करायें। शिकायत आने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही करेंगें। मेरा उदद्ेश्य है कि किसान किसी भी प्रकार से पीडित नही होना चाहिए जब हम शिकायतें सुनते है तो क्यों न हम उसी ग्राम में चौपाल लगाकर अन्य शिकायतों का भी निस्तारण कर सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि यदि किसी भी अधिकारी/कर्मचारी के संबंध में भ्रष्टाचार या अवैध वसूली की शिकायत प्राप्त होती है तो वह मेरे कार्यालय में व्यक्तिगत रुप से मिल सकता है मै उसकी गोपनीय जांच कराकर संबंधित अधिकारी पर अभियोग दर्ज कराकर जेल भेजने की कार्यवाही की जायेगी। इस बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व , प्रशासन, समस्त उपजिलाधिकारी, उपसंचालक चकबन्दी, बंदोबस्त अधिकारी चकबन्दी, चकबन्दी अधिकारी/सहायक चकबन्दी अधिकारी एवं ग्राम प्रधान एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।

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