Saturday, April 20, 2024
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खाकी के पहरे के बाद भी देहात में हर ओर चक्का जाम

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  • जिले से गुजरने वाले तीनों हाइवों पर किसानों का शक्ति प्रदर्शन
  • गाड़ीवाला, बिड़ौली, थानाभवन, ऊन, कांधला धरना-प्रदर्शन

जनवाणी ब्यूरो |

शामली: कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर किसान संगठनों तथा श्रमिक यूनियनों के आह्वान पर मंगलवार के भारत बंद के दौरान जनपद के देहात क्षेत्रों में किसानों ने तीनों हाइवों पर चक्का जाम कर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेजकर तीनों कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव खत्म किए जाने की मांग की गई।

गाड़ीवाला-बिड़ौली में चक्का जाम

झिंझाना मंगलवार को भाकियू ने भारत बंद के दौरान मेरठ-करनाल हाइवे स्थित गाडीवाला चौराहे पर सहारनपुर मंडल अध्यक्ष चौधरी भंवर सिंह तथा बिड़ौली में विनोद निर्वाल के के नेतृत्व धरना- प्रदर्शन कर चक्का जाम किया गया। गाड़ीवाला पर सरदार निशान सिंह की अध्यक्षता तथा पूर्व प्रमुख अब्बास के संचालन में एक सभा हुई। वक्ताओं ने किसान विरोधी कृषि बिलों को तत्काल वापस लेने की मांग की है। उसके बाद प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा। एबुंलैंस तथा शादी-विवाह की गाडियां किसानों ने जाने दी। दूसरी ओर, भारत बंद झिंझाना कस्बें असर नहीं हुआ। इस अवसर पर रविन्द्र राणा, चौधरी देशपाल, मांगेराम, इरशाद कारी, धर्मवीर सिंह, पूर्व प्रमुख असलम, सरदार दीदार सिंह, सरदार मिलकित सिंह, हारुण, सादा, इन्द्रपाल, अफजाल आदि मौजूद रहे।

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ऊन क्षेत्र में बंद का व्यापक असर

ऊन: मंगलवार को किसान संगठनों के भारत बंद का क्षेत्र में व्यापक असर रहा। ऊन-बाइपास मार्ग पर पुलिस चौकी चौराहे पर किसानों ने पूर्वाह्न 11 बजे जाम लगा दिया। जाम लगने के कारण सड़कों पर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। किसानों ने आवश्यक वस्तु तथा शादी ब्याह में जाने वाले वाहनों को निकलने के लिए रास्ता दिया। दो बार एंबुलेंस भी आई जिसे किसानों ने निकलवा दिया। किसानों को तहसील बार एसोसिएशन में भी अपना समर्थन देकर तहसील में नो वर्क रखा। कस्बे के बाजार खुले रहे जबकि बस अड्डा सुनसान पड़ा रहा। निजी वाहन ही सड़क पर चलते नजर आए। बाद में किसानों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी मनी अरोरा को सौंपा। ज्ञान में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने तथा एमएसपी मूल्य पर खरीद तय करने की मांग की गई। धरना प्रदर्शन में भाकियू नगर अध्यक्ष नीटू सिंह, जगबीर, सतवीर, हरपाल, जयवीर, रामफल, नीरज चिकारा, तेजपाल, हरपाल, सुनील कुमार, चंद्रपाल, जय वीर, ऋषि पाल, अशोक कुमार, आस्करण नीरज पहलवान पप्पू प्रधान सेवाराम आदि शामिल रहे।

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थानाभवन और हींड पुलिया पर धरना-प्रदर्शन

थानाभवन: कस्बे में दिल्ली-यमुनौत्री हाइवे स्थित चरथावल तिराहे पर भाकियू तथा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारत बंद के आह्वान पर धरना-प्रदर्शन किया। चक्का जाम में क्षेत्र के कई गांवों के किसान ट्रैक्टर-ट्राली के साथ पहुंचें। चार घंटे के चक्का जाम से यात्रियों को भगारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम शामली संदीप कुमार को सौंपा। उसके बाद पुलिस ने समझा बुझाकर जाम खुलवाया। धरने की अध्यक्षता भाकियू के ब्लॉक ओमपाल सैनी तथा संचालन मास्टर जाहिद ने किया। कस्बे में बंद का असर नहीं दिखाई दिया।
धरना-प्रदर्शन मे सपा नेता शेरसिंह राणा, भाकियू नेता मास्टर जाहिद, शरीफ प्रधान, सुशील चौहान, संजय राणा, पदम चौधरी, मदन प्रधान, चुन्नू राणा ठेकेदार, करीम उल्ला खा, वतन सैनी, पंकज राणा, अनीश मंसूरी, मास्टर आरिफ आदि मौजूद रहे। दूसरी ओर, दिल्ली-यमुनौत्री हाइवे पर भाकियू भानु के बैनर तले किसानों ने हींड पुलिया पर चक्का जाम किया। यहां घंटे भर से अधिक समय तक किसानों ने हाइवे जाम किया।

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जलालाबाद में बाजार बंद कराए

जलालाबाद: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा भारत बंद का समर्थन करने पर मंगलवार को सपाईयों ने नगर में बाजार और बस स्टेंड पर दुकाने बंद कराई गई। इस रविन्द्र प्रधान जोगी, अब्दुल गफ्फार मलिक, समीर मंसूरी़, विपिन सैनी, इजहार मलिक, अलमास कुरैशी, शमशेर मलिक आदि शामिल रहे।

कैराना में बंद का नहीं दिखा असर

कैराना: कृषि कानूनों के विरोध में 13 दिन से दिल्ली में पंजाब, हरियाणा व उत्तर प्रदेश के किसानों का आंदोलन जारी हैं। किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद में नगर में मंगलवार को बाजारों में दुकानें खुली रहीं। हालांकि एक दिन पूर्व व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन देने की बात कही थी। साथ ही, व्यापारियों से अपनी इच्छानुसार अपने प्रतिष्ठान बंद करने व खोलने को कहा था।

कांधला तथा खंद्रावली में चक्का जाम

देश में लागू तीनों कृषि बिलों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को कस्बे के दिल्ली-यमुनौत्री हाइवे पर दिल्ली बस स्टैंड पर रालोद, भाकियू तथा भाकियू भानू के नेतृत्व में मिलकर रोड जाम कर धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए रालोद के प्रदेश महासचिव सतबीर पंवार ने कहा कि जब तक काला कानून वापस नहीं लिया जाता किसान लगातार धरना प्रदर्शन करते रहेंगे। भारत बंद के ऐलान के बाद कस्बे में सभी दुकानें खुली रहीं। अंत में एसडीएम कैराना उद्भव त्रिपाठी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में तीनों कृषि बिलों को वापस लेने की मांग की गई। धरना की अध्यक्षता बाबा प्रीतम व संचालन रालोद नेता अरविंद पंवार ने किया।

धरने का समाजसेवी विक्रांत डंगोरिया, भाकियू के पप्पू पंवार, योगेश भभीसा, एलम चेयरमैन डा. दीपा पंवार, असिस्टेंट प्रोफेसर अन्नू मलिक, सुनील पंवार आदि मौजूद रहे।

क्षेत्र के गांव खंद्रावली पुलिस चौकी पर किसानों ने भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मैनपाल चौहान के नेतृत्व में सैंकड़ों किसानों रोड जाम कर धरना दिया। किसानों ने चौकी प्रभारी देवेंद्र सिंह को ज्ञापन दिया। धरने में आजाद चौहान, रविंद्र, सचिन चौहान सहित आदि मौजूद रहे।

उधर, गांव डांगरौल में कांधला-बुढ़ाना मार्ग पर किसानों ने किसान नेता राजन जावला के नेतृत्व में रोड जाम कर धरना दिया। किसानों ने तहसीलदार प्रवीण कुमार को ज्ञापन देकर तीनों कृषि बिलों को वापस लिए जाने की मांग की। धरने पर बलबीर, यशपाल, सन्नी सहित आदि मौजूद रहे।

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