- सड़क सुरक्षा पखवाड़े को लेकर ट्रैफिक पुलिस ने व्यापक कार्यक्रम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ट्रैफिक नियमों के पालन कोताही की गलती न करें। ट्रैफिक नियमों का यदि पालन नहीं किया तो लेने के देने भी पड़ सकते हैं। दरअसल, ट्रैफिक पुलिस ने सड़क सुरक्षा पखवाडेÞ को लेकर व्यापक कार्यक्रम तय किया है। जिसकी मॉनिटरिंग खुद एडीजी करेंगे। जोन में बुधवार से सड़क सुरक्षा पखवाड़ा शुरू हो रहा है। ऐसे में ट्रैफिक नियमों का गंभीरता से पालन करें। पूरा प्लान शासन की मंशा के अनुरूप तैयार किया गया है, जिसमें सख्ती के साथ कार्रवाई होगी। एडीजी जोन ध्रुवकांत ठाकुर खुद अभियान की समीक्षा करेंगे।
सड़क सुरक्षा पखवाड़ा के उद्घाटन के मौके पर बड़ा कार्यक्रम रखा गया है। तीन अक्टूबर को बस, ट्रक, आॅटो, ई-रिक्शा तथा टैक्सी संचालकों एवं यूनियन के पदाधिकारियों के साथ परिवहन विभाग के समन्वय से जागरुकता कार्यक्रम होगा। 4 और 5 अक्टूबर को बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने, मोबाइल फोन का प्रयोग, सीट बेल्ट न लगाने, गलत दिशा में वाहन चलाने वालों पर कार्रवाई होगी।
छह अक्टूबर को रेड लाइट जंपिंग, तीन सवारी वाहनों के अलावा एक्सप्रेस वे, हाइवे के एंट्री प्वाइंट पर अभियान चलाकर कार्रवाई होगी। 7 अक्टूबर को अनाधिकृत बसों के विरुद्ध अभियान चलाकर ढाबा व ट्रक चालकों को जागरूक किया जाएगा। 8 अक्टूबर को सड़क किनारे खड़े वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए रेट्रो रेफ्लेक्टिव टेप लगाने का काम होगा। 9 अक्टूबर को मॉडिफाइड साइलेंसर, हूटर, सायरन, प्रेशर हार्न व काली फिल्म को लेकर अभियान चलेगा। 10 अक्टूबर को एक्सप्रेस वे और हाईवे पर दुर्घटना रोकने के लिए अभियान चलेगा।
11 अक्टूबर को जनपदों में लगे ट्रैफिक सिग्नल, सीसीटीवी, एनएनपीआर आदि कैमरों को लेकर अभियान चलेगा। 12 व 13 अक्टूबर को ड्रंक एंड ड्राइव, ओवर स्पीडिंग के विरुद्ध अभियान के अलावा जाम मुक्त व्यवस्था बनाने पर काम होगा। 14 व 15 अक्टूबर को अवैध पार्किंग व टैक्सी स्टैंड पर एक्शन होगा। 16 अक्टूबर को उत्कृष्ट कार्य करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के सम्मान के साथ समापन होगा।
जंगल में नील गाय का कटान ग्रामीणों को देख हुए फरार
सरधना: मंगलवार सुबह जंगल में नील गाय का कटान करके मांस ले जा रहे आरोपी ग्रामीणों को देखकर भाग खड़े हुए। दरअसल, मंगलवार सुबह दो युवक स्कूटी पर बोरे में मांस भरकर ले जा रहे थे। इस दौरान वह जैसे ही दुर्वेशपुर गांव के बाहरी छोर पर पहुंचे तो सामने से कुछ ग्रामीण ट्रैक्टर ट्राली में आ रहे थे। ग्रामीणों को देखकर आरोपियों ने बोरे वहीं डाल दिए और फरार हो गए। ग्रामीणों ने बोरे खोलकर देखक तो उसमें नील गाय का मांस, खाल व अन्य अवशेष भरे हुए थे। यानी आरोपियों ने आसपास में ही कटान किया था। मामले को लेकर ग्रामीणों में रोष फैल गया।
नाराज ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने जांच पड़ताल की और मांस व अवशेष जंगल में दबवा दिए। इंस्पेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि बोरे में नील गाय का मांस, खाल व अन्य अवशेष मिले थे। मुकदमे के लिए वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया है। आरोपियों को तलाश किया जा रहा है। जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, वन रेंजर कुलदीप सिंह का कहना है कि प्राथमिक जांच के बाद कोतवाली में घटना की तहरीर दी जाएगी।