- सोसायटी की जमीन करीब 20 करोड़ की, जिस पर कब्जा करने को लेकर चल रहा ये सब खेल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इन्द्रप्रस्थ सोसायटी की मतदाता सूची में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ हैं। मामले को लेकर कंकरखेड़ा थाने में 12 आरोपियों के खिलाफ कूटरचित तरीके से मतदाता सूची में नाम जोड़ने के फर्जीवाड़ा में मुकदमा दर्ज किया गया हैं। इस कार्रवाई से आरोपियों में खलबली मच गई हैं। लंबे समय से इन्द्रप्रस्थ सोसायटी में घालमेल चल रहा हैं। क्योंकि सोसायटी की जमीन करीब 20 करोड़ की हैं, जिस पर कब्जा करने को लेकर ये सब खेल चल रहा हैं। इसी को लेकर फर्जी मतदाता सूची बना दी गई, जिसमें बारह लोगों की गर्दन फंस गई हैं। इन पर पुलिस कभी भी शिकंजा कस सकती हैं।
ये मुकदमा इन्द्रप्रस्थ एस्टेट सहकारी आवास समिति के सचिव नरेश कुमार पुत्र स्व. उदयवीर निवासी अशोक नगर कंकरखेड़ा की तरफ से दर्ज कराया गया हैं। ये मामला धारा 323, 506, 420, 467, 468, 471, 503, 342 और 120-बी के तहत दर्ज किया गया हैं। दर्ज कराई गई रिपोर्ट में कहा गया है कि रामनरेश तोमर ने शैक्षिक योग्यता छिपाकर फर्जीवाड़ा किया। बार-बार शैक्षिक योग्यता के कागज मांगे गए, लेकिन ये कागज उपलब्ध नहीं कराये गए। सहायक सचिव का पद भी शैक्षिक योग्यता छिपाकर हथिया लिया गया था, जबकि शैक्षिक योग्यता उत्तीर्ण नहीं हैं।
इसमें भी फर्जीवाड़ा किया। 2022 में त्रुटि रहित मतदाता सूची तैयार करनवाने के नाम पर करीब 257 लोगों को मतदाता सूची में फर्जी रूप से शामिल कराकर उन्हें नोटिस बनवाकर जबरदस्ती उनका प्रेषण कर दिया। इसका विरोध भी किया तो उनके साथ कई लोगों ने मारपीट की और नोटिस छीन लिये। इसकी शिकायत भी कंकरखेड़ा थाने में की गई थी। आरोप है कि रामनरेश तोमर ने समिति की मदाता सूची में फेरबदल कर अपने रिश्तेदारों व मिलने वालों के करीब 257 नाम प्रबंध कमेटी के निर्वाचन कराने पर मजबूर किया। इसमें ये फर्जीवाड़ा किया गया। समिति में फेरबदल को लेकर जो फर्जीवाड़ा हुआ, उसको लेकर ही मुकदमा दर्ज हुआ हैं।
कंकरखेड़ा थाने में दर्ज कराई गयी रिपोर्ट में रामनरेश तोमर, शुभाषवीर, सर्वेश पुंडीर, रामपाल सिंह, रामचन्द सिंह, मंजू रानी, कृष्णपाल, सुनील, नूरमोहम्मद, रमेश, सतीश तेवतिया, नरेन्द्र सिंह तोमर आदि के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का मामला संगीन धाराओं में दर्ज कराया गया हैं। दरअसल, इन्द्रप्रस्थ एस्टेट में करीब बीस करोड से ज्यादा की जमीन है, जिसको लेकर कई ग्रुपों में विवाद चल रहा हैं। पहले भी कई मुकदमे इसमें दर्ज हो चुके हैं। आवास विकास परिषद ने भी इस घपले का संज्ञान लिया था, जिसमें दो अधिकारियों की भी गिरफ्तारी हो चुकी हैं। फिर भी फर्जीवाड़ा नहीं रुक रहा हैं।
डिपिन सूरी की कुर्क सम्पत्ति हुई मुक्त
टॉप अपराधी बदन सिंह बद्दो की फरारी के बाद डिपिन सूरी की सम्पत्ति को भी प्रशासन ने कुर्क कर लिया था। ये सम्पत्ति डीएम ने कुर्क कर ली थी। पांच मुकदमे डिपिन सूरी के खिलाफ दर्ज कराये थे। सुपरटेक कॉलोनी पाम ग्रीन में फ्लैट को कुर्क कर लिया गया था। इस मामले की सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट राकेश कुमार सिंह ने दोनों पक्षों की सुनने के बाद कुर्क की गई सम्पत्ति को निरस्त करने के आदेश दिये हैं।
यही नहीं, ये आदेश 30 दिन के बाद लागू होगा। इस दौरान नहीं तो मकान की बिक्री की जाएगी, नहीं दान दिया जा सकता हैं। ये जानकारी अधिवक्ता नितिन कौशिक ने दी है। उनका कहना है कि कुर्क सम्पत्ति को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट से मुक्त कर दिया हैं। इसमें डिपिन सूरी को बड़ी राहत गैंगस्टर अदातल से मिली हैं।
बेखौफ बदमाशों ने बंद मकान खंगाला
मवाना: पुलिस की लापवाही के चलते नगर में चोरों के हौसले बुलंद नजर है। शहर कोतवाली क्षेत्र के मुन्ना मोहल्ला के महादेव मंदिर के सामने शनिवार को बेखौफ बदमाशों ने बंद मकान खंगाल डाला। चोरों ने घर में रखी नकदी समेत लाखों रुपये के कीमती सामान उठा ले गए। घटना की जानकारी होने पर पुलिस छानबीन में लगी हुई है। नगर की मुन्नालाल मोहल्ले की प्रेमनगर कॉलोनी निवासी हीना देशवाल पत्नी राजीव देशवाल ने बताया कि कि उसका पति एयरफोर्स में नौकरी करते हैं। घर में वह दो बच्चे के साथ अकेले रहती हैं।
हीना गत 30 नवंबर मवाना थाने के गांव निलोहा में मायके गयी थी। शनिवार को लौटी तो घर के ताले टूटे हुए मिले। चोरों ने घर में रखे 60 हजार रुपये की नकदी सहित डायमंड सेट, सोने का सेट, 2 मंगल सूत्र सोना व एक डायमंड, चार पायजेब चांदी, 2 सोने की चेन, 6 अंगूठी सोने की, 1 जोड़ी कंगन, कानों की बाली, कुंडल आदि सहित लगभग 15 लाख की चोरी सहित घर में रखे जरूरी कागजों पर हाथ साफ कर दिया। जानकारी के बाद पीड़ित ने चोरों के खिलाफ थाने पर तहरीर दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।