- आवारा पशुओं के लिये बनाई जाये स्थायी गोशाला
जनवाणी संवाददाता |
खतौली: जिला पंचायत सदस्य प्रमोद अन्ना ने बताया कि किसानों को योगी सरकार गन्ने का बकाया भुगतान और गन्ने का भाव की जल्द घोषणा करें, गन्ना का भाव नही मिलने से किसानों के सामने मुश्किलें खड़ी हो रही है। तीन माह से प्रदेश की चीनी मिलों का पेराई सत्र चल रहा है। मगर प्रदेश सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नही ले रही है। उधर किसानों के लिये आवारा पशु सबसे बड़ी चुनोती बने हुए है। अब तक किसानों की लाखों रुपये की फसल बर्बाद करने वाले आवारा पशुओं की समस्या का योगी सरकार ने कोई समाधान नही किया है।
जिससे किसानों का सरकार के प्रति रोष बना हुआ है। उन्होंने कहा या तो सरकार किसानों की बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा दे नही तो आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करें, उन्हें गोशालाओं में छुड़वाए ताकि किसान रात में चेन की नींद सो सके।
वार्ड 34 से जिला पंचायत सदस्य डॉक्टर प्रमोद ने कहा की उत्तर प्रदेश की सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही, किसानों की दुर्दशा इससे पूर्व किसी सरकार में नही हुई है। योगी सरकार ने किसानों को अब तक गन्ने का भाव तय नही किया है। जबकि निहत्ते किसान चीनी मिलों में भाव तय बगैर गन्ना डाल रहे है। प्रमोद अन्ना ने कहा कि योगी सरकार ने पिछले साल सितंबर में ही किसानों को गन्ने का भाव की घोषणा कर दी थी। मगर इस बार सरकार किसानों की सुध नही ले रही है। इतना ही नही चीनी मिलों पर किसानों का बकाया भुगतान भी अभी तक नही मिला है।
ऐसे में किसानों के सामने आर्थिक तंगी आ गयी है। प्रमोद अन्ना ने बताया अन्नदाता का सम्मान सर्वपरि है, मगर भाजपा सरकार में किसानों को कोई सम्मान नही मिल रहा है। प्रमोद अन्ना ने कहा की क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशु किसानों के लिये बड़ी चुनोती बने हुए है। आवारा पशुओं ने किसानों की लाखों रुपये की फसल को बर्बाद कर दिया है। मगर सरकार के कानों पर कोई जु नही रेंग रही है। जिन किसानों की फसलों को आवारा पशुओं ने नष्ठ किया है। उन किसानों को योगी सरकार मुआवजा दे ताकि पीड़ित किसान अपने नुकसान की भरपाई कर सके, खुले घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़वाकर उन्हें गोशालाओं में छुड़वाया जाये, इसके इतर सरकार हर ब्लाक स्तर पर एक बड़ी गौशाला का निर्माण कराये जिसमें इन आवारा पशुओं को छोड़ा जाये और इनकी देखभाल हो, प्रमोद अन्ना ने कहा कि किसान के सामने इस समय विकट स्थिति बनी हुई है।
एक तरफ ठंड के मौसम में किसान रात्रि में खेतों पर पहरा देकर अपनी फसलों की रक्षा कर रहा है। दूसरी तरफ किसानों को अब तक गन्ने का भाव की घोषणा नही हुई है। इससे किसान असमंजस की स्थिति आ गया है। जो भाजपा नेता सरकार आने पर किसानों को मुफ्त की बिजली देने का वादा कर रहे थे। वो सरकार अब किसानों की ट्यूवेल पर बिजली के मीटर लगवा रही है। देश के कई राज्यों में किसानों को मुफ्त बिजली दी जाती है। मगर उत्तर प्रदेश में सरकार के अधिकारी बिजली के नाम पर किसानों का उत्पीड़न कर रहे। किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला पंचायत सदस्य प्रमोद अन्ना जल्द एक प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री से मिलेंगे और किसानों की समस्याओं से अवगत कराकर उनकी समाधान करने की मांग करेंगे।