- सर्वे में मिले बुखार व खांसी के मरीज
- मतगणना से संक्रमित हुए शिक्षक की मौत से बढ़ा खौफ
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: कोरोना काल में निरंतर हो रही मौत के मामलों से दहशत का माहौल चल रहा है। निकटवर्ती गांव नंगला काटर में मतगणना से संक्रमित होकर शिक्षक की मौत होने से ग्रामीणों में दहशत बढ़ गई है। हाल ही में इस गांव के करीब 10 लोग मौत की आगोश में जा चुके हैं। सर्वे में खांसी और बुखार के मरीज पाए जाने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग बेखबर बना हुआ है।
कोरोना संक्रमण देहात क्षेत्र में फैलने की खबर से फलावदा के करीबी गांव नंगला काटर में दहशत का माहौल बना हुआ है। दरअसल इस गांव में लगातार करीब 10 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। अधिकांश मौत का कारण कुछ भी रहा हो लेकिन हाल ही में मतगणना की ड्यूटी के दौरान संक्रमित हुए गांव के अमरपाल पुत्र संतवीर (41 वर्ष) की मौत ने ग्रामीणों को खौफजदा कर दिया।
बताया गया है कि इस गांव में पिछले 15 दिन के अंतराल में शिक्षक अमरपाल के अलावा छोटे पुत्र जस्सी, उसकी पत्नी रामकली, श्रीमती सत्यवती पत्नी भारतवीर, आकाश पुत्र मुन्नू, भोपाल पुत्र श्यामलाल, बाला पत्नी बलजोर, मुन्नी पत्नी ईश्वरचंद, महिपाल आदि की मौत हो चुकी है। कोरोना महामारी से गांव के लोग बुरी तरह भयभीत होकर जीवन यापन कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यमराज हमारे ही गांव में क्यों घूम रहा है। गांव की आशा विमलेश द्वारा किए गए सर्वे में दर्जनभर लोग खांसी तथा बुखार से ग्रस्त पाए गए हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में जांच कराने की जहमत नहीं उठाई है। नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान बिजेंदर फौजी द्वारा गांव को सैनिटाइज कराया जा रहा है तथा वह खुद ग्रामीणों को कोरोना गाइडलाइन से अवगत कराकर मास्क बांट रहे हैं।