- गांव में लोगों की जांच कर बनाई गयी स्लाईड
- नालों व नालियों में किया गया एन्टी लार्वा का छिड़काव
- ग्रामीणों को दी गयी कहीं भी पानी इकट्ठा न होने देने की सलाह
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम अथाई में बुखार के प्रकोप के चलते स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। पीएचसी मोरना के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में डेरा ड़ाल दिया है। बुखार पीड़ित ग्रामीणों को दवाई वितरित किये जाने के साथ ही उनके रक्त नमूने लेकर स्लाइड भी बनायी गयी है, ताकि उन्हें जांच के लिए भेजा जा सके।
बता दें कि भोपा थाना क्षेत्र के ग्राम अथाई में बुखार का प्रकोप है। बड़ी संख्या में ग्रामीण बुखार से पीड़ित हैं और सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी चिकित्सकों से भी अपना उपचार करा रहे हैं। कस्तूरबा विद्यालय की भी दर्जनों छात्राएं इस बुखार की चपेट में आ गयी है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम को जैसे ही गांव में बुखार का प्रकोप होने की सूचना मिली, तो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मोरना के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. अर्जुन सिंह तुरन्त हरकत में आ गये और स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को गांव में जांच के लिए भेजा। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ग्रामीणों की जांच कर उन्हें दवाई वितरित की।
रविवार को भी डा. अर्जुन सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने गांव में डेरा डाल दिया है और ग्रामीणों के सैम्पल लेने के साथ ही अलग-अलग स्थानों पर सभ्रान्त लोगों से मिलकर उन्हें सलाह दी कि बुखार को हल्के मे ना लिया जाये और ग्रामीणों को इसकी रोकथाम के लिए खुद भी आगे आना होगा। उन्होंने सलाह दी कि गांव में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये और कहीं पर भी पानी को एकत्रित न होने दिया जाये।
उन्होंने कहा कि बुखार का प्रकोप मच्छरों के कारण फैलता है। मच्छर घरों में रखे गमलों में भरे पानी, कूलर में भरे पानी व नालियों के पानी में अपने जीवन को बचाते हैं, यदि मच्छरों को पानी नहीं मिलेगा, तो बुखार का प्रकोप नहीं फैल पायेगा। उन्होंने गांवों की नालियों में एन्टी लार्वा का भी छिड़काव कराया। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्रामीणों के रक्त नमूने लेकर 38 स्लाईड बनायी गयी, जिन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है।
क्या कहते हैं प्रभारी चिकित्सा अधिकारी
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. अर्जुन सिंह ने बताया कि अथाई गांव के प्रधान द्वारा गांव में बुखार का प्रकोप होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही तुरन्त स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में भेजकर स्वास्थ्य जांच कराई गयी तथा ग्रामीणों के रक्त नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है।
बुधवार को उन्होंने स्वयं गांव में पहुंचकर ग्रामीणों के स्वास्थ्य जांच की तथा गांव में डी लार्वा का छिड़काव कराया। ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें गांव में साफ-सफाई किये जाने तथा अतिरिक्त जल भराव न करने की सलाह भी दी गयी है।