- हाइवे और शहर के बाजारों में पसरा रहा सन्नाटा
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: रविवार को उमस और चुभन भरी गर्मी ने दिनभर लोगों को पसीना-पसीना किए रखा। दोपहर के समय तपती और चुभती गर्मी के कारण लोग घरों में ही कैद हो गए। हाइवे और बाजारों के अंदर इस भयंकर गर्मी के कारण सन्नाटा पसरा रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा। जिसके चलते लोगों को परेशानी होगी। इसलिए इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल करनी बेहद जरूरी है।
इसलिए इस गर्मी में बीमारी फैलने का भी अंदेशा रहता है। जिसके चलते लोेग परेशान हो जाते हैं। ऐसे में इस गर्मी से बचने के लिए सिर्फ जरूरी काम से ही बाहर निकले अन्यथा इस गर्मी से अपना बचाव करे। जिससे बीमारी से बचा जा सके। जून के महीने में लगातार मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। जिसके चलते लोगों को परेशानी हो रही है।
रविवार को भी मौसम का मिजाज कुछ अलग तरह का रहा। राजकीय मौसम वैधशाला पर रविवार को दिन का अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री एवं न्यूनम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 74 एवं न्यूनतम आर्द्रता 56 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक डा. यूपी शाही का कहना है कि फिलहाल गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा। जिसके चलते लोगों को परेशानी होगी।
जुलाई से सितंबर तक तीन माह खूब बरसेगा मानसून
मेरठ: 22 जून को सूर्य ने आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश किया है। सूर्य के इस नक्षत्र परिवर्तन के बाद से ही बारिश अर्थात वर्षा का काल प्रारंभ होता है। छह जुलाई तक सूर्य इसी नक्षत्र में रहेगा। इस बार आर्द्रा नक्षत्र का वाहन मेष होने से देश में मध्यम और खंडवृष्टि के योग हैं। कई जगहों पर बहुत ज्यादा बारिश होगी तो कुछ जगहों पर पानी कम बरसेगा।
इस कारण बारिश से कई जगहों पर ज्यादा नुकसान होने की आशंका रहेगी। इस साल 2022 में ग्रह नक्षत्र भी अच्छी बारिश का संकेत दे रहे हैं। वहीं, ग्रहों की दशा व दिशा इस साल समय पर मानसून के आने का संकेत दे रही हैं। जिसके चलते पूरे देश में कुछ हिस्सों को छोड़कर खूब पानी बरसेगा।
इस वर्ष 2022 में आद्रा का प्रवेश धनु लग्न में हो रहा है। वहीं लग्नेश गुरु सुख भाव में जल राशि में हैं। जबकि चंद्रमा भी जल राशि में हैं। ऐसे में इस साल अच्छी बारिश के संकेत साफ दिख रहे हैं। सूर्य जब आद्रा नक्षत्र में प्रवेश करता है तो उसी समय बारिश के मौसम का आगमन माना जाता है।
इसके अलावा रोहणी का वास भी समुद्र किनारे है, जिसके प्रभाव से भी मानसून समय पर ही देशभर में छाएगा। जून 2022 में मानसून के आगमन से पूर्व पहले 15 दिन तेज गर्मी रहेगी। जिससे उत्तरी भारत गर्मी से झूलसेगा।
मानसून का समय से पूर्व पहुंचने के संकेत
भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के चैप्टर चेयरमैन ज्योतिषाचार्य आचार्य मनीष स्वामी ने बताया कि वैशाख, ज्येष्ठ और आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर कृत्तिका, मृगशिरा और पुनर्वसु नक्षत्र होना बताता है कि इस साल फसलें और घास ज्यादा होंगी।
हवाओं के साथ मौसम भी अच्छा रहेगा। ये सभी अच्छी बारिश के संकेत हैं। इस वर्ष वैशाख और ज्येष्ठ के महीनों में सूर्य से अगली राशियों में किसी पाप ग्रह का गोचर नहीं हो रहा है जो मानसून के अपने तय समय से पूर्व पहुंचने का अच्छा ज्योतिषीय योग है। बरसात के मौसम में या उससे कुछ पूर्व यह शुभ ग्रह यदि सूर्य के आगे या पीछे हो और कोई पाप ग्रह (शनि, मंगल, राहु और केतु) सूर्य के आगे गोचर न कर रहा हो तब वर्षा समय पर या समय से पूर्व हो सकती है।
तेज बारिश के संकेत
गत वर्ष 2021 में जून से सितंबर के बीच चार महीने के दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम के दौरान देश में सामान्य वर्षा हुई थी। लगातार तीसरे वर्ष देश में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। 2019 और 2020 में बारिश सामान्य से अधिक हुई थी। सूर्य के मिथुन राशि में आर्द्र नक्षत्र में प्रवेश के समय बनने वाली कुंडली से मानसून (जून से सितंबर) की समयावधि में वर्षा के परिमाप का आंकलन किया जाता है।