- बढ़ा हुआ प्रतिकर और प्लॉट की मांग को लेकर बैठे हैं धरने पर
- किसानों का विवाद निपटा तो स्कीम 11 में होगा विकास
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आवास विकास के खिलाफ धरने पर बैठे किसानों को अब नई सरकार से ढेरों उम्मीदें हैं। किसान यहां पिछले कई माह से धरने पर हैं और क्षेत्रीय विधायक के आश्वासन के बाद से यहां कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहे थे, लेकिन अब सरकार बन गई है और भाजपा फिर से सत्ता में आ गई है ऐसे में यहां किसानों को उम्मीद है कि उनकी मांगों को भी पूरा कराया जायेगा और अगर ऐसा नहीं होता है तो आवास विकास के लिये और अधिक मुश्किलें खड़ी होने वाली है। यहां उनकी स्कीम 11 संकट में आ सकती है।
आवास विकास की ओर से वर्ष 2009 में स्कीम 11 शुरू की थी, लेकिन आज तक यह योजना विवादों से ही घिरी है। अभी तक आवास विकास यहां डवलपमेंट नहीं कर पाया है। आवास विकास के खिलाफ यहां किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं, जो सरकार बनने का इंतजार कर रहे थे। अब सरकार बनी है तो किसानों को उम्मीद जगी है कि यहां के क्षेत्रीय विधायक उनके किया वादा पूरा कराएंगे।
आवास विकास ने यहां घोसीपुर, काजीपुर, सरायकाजी, शेरगढ़ी के किसानों से जमीन एक्वायर की थी। उसके बाद कई जगह के किसानों को बढ़ा हुआ प्रतिकर दिया, लेकिन काजीपुर के किसानों को बढ़ा हुआ प्रतिकर नहीं दिया गया जिस कारण किसान नाराज रहे। किसान प्लॉटों की भी मांग कर रहे हैं, लेकिन आवास विकास अभी तक किसानों को प्लॉट नहीं दे पाया है। जिस कारण किसान यहां धरने पर बैठ गये थे।
किसान अपनी इन मांगों को लेकर इतना नाराज रहे कि उन्होंने यहां आवास विकास को कोई कार्य नहीं करने दिया। इसे लेकर किसान यहां स्कीम 11 में ही धरने पर बैठ गये थे। किसानों ने यहां कई बार प्रदर्शन किया लेकिन अधिकारियों ने उनकी एक न सुनी जिसके बाद किसानों ने यहां क्षेत्रीय विधायक डा. सोमेन्द्र तोमर के सामने अपनी मांगों को रखा। डा. सोमेन्द्र तोमर ने किसानों की मांगों को आवास आयुक्त तक पहुंचाया था, लेकिन यहां चुनाव आचार संहिता लगने के बाद से उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो पायी।
सरकार बनी तो जगी उम्मीद
किसान नेता भारत भड़ाना ने कहा कि उनकी ओर से अपनी मांगों को यहां के क्षेत्रीय विधायक के सामने रखा गया था। उन्होंने इन मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया था। अब भाजपा की सरकार भी बन गई है तो किसानों को सरकार से थोड़ी उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा की सरकार बन गई है अब विधायक के सामने एक बार इन मांगों को फिर से रखा जायेगा। अगर अब भी किसानों की मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान यहां योजना में ट्रैक्टर चला देंगे।