- सब्जी से लेकर किराना का सामान भी हुआ महंगा, कपड़ों के दामों में भी तेजी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भवन का निर्माण करना और विवाह समारोह को संपन्न करना इंसान की सबसे महंगी जरूरतों में शुमार है, लेकिन दोनों ही जरूरत समय-समय पर पूरा करना भी बेहद आवश्यक है। वर्तमान में इन दोनों पर ही महंगााई का साया नजर आ रहा है। विवाह समारोह की बात करें तो आज से शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे हैं। कपड़ों, सब्जियोें व किराना के सामान के दामों में वृद्धि के चलते शादी का आयोजन पहले से 15 से 20 फीसदी महंगा हो गया है। इसके अलावा टेंट का किराया भी टेंट व्यवसाइयों ने महंगा कर दिया है।
बढ़ती महंगाई ने हर किसी के माथे पर पेशानी पर बल डाल दी है। आज आम इंसान को अपना घर चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में शादियों की बात करें तो अब शादियों का बजट भी 20 फीसदी तक महंगा हो गया है। शहर के बाजारों की बात करें तो कपड़ा बाजार, जूता बाजार, सब्जी बाजार समेत सभी बाजारों में महंगाई का असर दिखाई पड़ रहा है।
शदियों के खाने की बात करें तो किराना के सामान, सब्जियों के दाम और फलों के दाम बढ़ने के कारण शादी में खाने का खर्च भी बढ़ गया है। खाने का जो कार्य पहले पांच से सात लाख रुपये में होता था। वहीं, अब 10 लाख रुपये तक पहुंच रहा है। 400 रुपये वाली प्लेट अब 600 रुपये तक पहुंच गई है।
शादी में चीजें हुई महंगी
महंगाई का असर केवल घर की रसोई नहीं बल्कि विवाह समारोह और अन्य मांगलिक कार्य पर भी देखा जा रहा है। कोरोना काल के बाद विवाह समारोह का आयोजन काफी महंगा हो गया है, विवाह समारोह में उपयोग में आने वाले टेंट हाउस के सामान के किराए में भी इजाफा हुआ है। टेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष नवीन अग्रवाल के मुताबिक महंगाई की वजह से किराए में इजाफा हुआ है। विवाह समारोह में उपयोग में आने वाली कुर्सियों से लेकर स्टेज, टेंट आदि का किराया बढ़ाया गया है। इसमें 10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सबसे बड़ी बात यह है कि मजदूरी में भी इजाफा हुआ है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन भी बढ़ा है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने की वजह से सामान को लाने और ले जाने में काफी किराया लगता है। इसी वजह से किराए में बढ़ोतरी की गई है।
भोजन पर भी महंगाई की मार
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने की वजह से किराने के सामान में भी पांच से 15से 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जिससे मांगलिक कार्यों में बनने वाले पकवान की लागत भी बढ़ गई है। हलवाई राकेश गुप्ता का कहना है कि बाजार में लगातार बढ़ रही महंगाई की वजह से पहले 400 से 500 प्लेट में बनने वाले भोजन की लागत अब 600 से 700 तक बैठ रही है। इसके अलावा अन्य स्टॉल के आइटम में भी तेजी से वृद्धि हुई है जिस कारण बजट बढ़ गया है।
सब्जियों और फलों के दामों में आया तेजी से उछाल
वर्तमान में फलों और सब्जियों के दामों की बात की जाये तो इनके दाम आसमान छू रहे हैं। पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का असर है कि फलों और सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े हैं। पहले जो सब्जी 30 रुपये किलो तक थी वो अब बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। जिस कारण शादी में खाने का बजट बढ़ता जा रहा है। यही हाल फलों के दामों का भी है। फलों के दाम भी दोगुना तक पहुंच चुके हैं। जिस कारण आम आदमी की पहुंच से भी फल दूर होते जा रहे हैं।