- व्रत के सामान के साथ खाने-पीने की चीजें भी दोगुना से ज्यादा महंगी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महंगाई का असर व्रत की थाली पर भी दिखाई पड़ने लगा है। व्रत में खाने-पीने की चीजें इस बार दोगुने से भी अधिक महंगी हो गई हैं। जिस कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फलों, सब्जियों और मेवों के दामों में भी तेजी से वृद्धि हुई है। इसके अलावा व्रत में खाई जाने वाली नमकीन और मिठाई के दामों में भी उछाल आया है। जिस कारण आम आदमी इस बार व्रत भी आसानी से नहीं रख पा रहा है।
बता दें कि महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। पिछले दो सालों की बात करें तो खाद्य पदार्थों के दाम दोगुने बढ़ चुके हैं। पिछले दो सालों की बात करें तो कोरोना के कारण बाजार प्रभावित है, लेकिन खाने-पीने की चीजों के दाम लगाता बढ़े हैं। गैस सिलेंडर ही 900 से ऊपर पहुंच चुका है।
बढ़ती महंगाई का असर अब नवरात्र पर भी साफ दिखाई दिया है। नवरात्र के दौरान व्रत में इस्तेमाल होने वाली ज्यादातर चीजें महंगी हो गई हैं। अगर पिछले एक या दो सालों की बात करें तो दाम दोगुने तक पहुंचे हैं और पिछले एक सप्ताह की ही बात करें तो फलों और सब्जियों के दामों में तेजी से वृद्धि हुई है। बता दे कि व्रत के दौरान आलू अधिक खाया जाता है, जोकि 20 रुपये किलो से भी अधिक दाम में पहुंच गया है।
खीरा जो पहले 30 रुपये किलो मिल रहा था वो अब 40 रुपये किलो से पार पहुंच चुका है। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स के दामों में भी काफी तेजी आई है। व्रत के दौरान कोई कमजोरी न हो इसलिये लोग ड्राई फू्रट्स का अधिक इस्तेमाल करते हैं, लेकिन लोगों को इस बार महंगाई के कारण काफी परेशानी आ रही है। शास्त्रीनगर स्थित गुप्ता ट्रेडर्स के सोनू गुप्ता ने बताया कि पिछले दो साल से महंगाई तेजी से बढ़ी है। कुट्टू के आटे पर भी इस बार 10 रुपये तक का असर पड़ा है। इसके अलावा अन्य पदार्थों के दाम भी काफी बढ़े हैं।