- काम के सिलसिले में कई बार विदेश जा चुकी है राम लीला में सीता का किरदार निभाने वाली सरिता शर्मा
- बचपन से ही राम का किरदार निभाना चाहते थे चीनू गोसांई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: काम को तो सभी अहमियत देते हैं, लेकिन काम के साथ-साथ अभिनय कर लोगों पर अपनी छाप छोड़ना भी एक अलग कला होती है। जी हा हम बात कर रहे है भैंसाली मैदान में चल रही रामलीला के मंचन में राम, सीता और रावण का किरदार निभाने वाले कलाकारों की। छावनी रामलीला का प्रस्तुतीकरण इस वर्ष आधुनिक तरीके से किया जा रहा है। जिसमें पारंपरिक लोक कला देखने को मिल रही है।
रामलीला का जो कलाकार मंचन कर रहे है वह टीवी सीरियल और एलबम आदि विधाओं से भी जुड़े हैं, लेकिन रामलीला के पात्रों का किरदार निभाने के बाद वह अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहे है। उनका कहना है कि टीवी सीरियल के किरदार से अलग हटकर रामलीला का में किरदार निभाना है। इस वर्ष छावनी राम लीला में दिल्ली से आए काया कला केंद्र के कलाकार भाग ले रहे है।
सीता के चरित्र को जीवन में उतारने का करती हूं प्रयास
सीता का किरदार निभा रही सरिता शर्मा ने बताया कि वह 2019 से लगातार सीता के किरदार को प्ले कर रही हैं, जिसके लिए उन्हें एक माह तक प्रशिक्षण लेना पड़ता है। वह बताती है कि मंचन के दौरान माता सीता का स्वरुप उनमें खुद आ जाता है। क्योंकि सीता माता का तो स्वरूप ही अलग है। उनके गुणों को वह बहुत हद तक अपने जीवन में भी उतारने का प्रयास करती हैं। सरिता इवेंट मैनेजमेंट का बिजनेस भी करती हैं,जिसके लिए वह कनाडा,ऊमान आदि देशों की यात्रा भी कर चुकी है। उनका कहना है कि महिलाओं को सीता की तरह बनने का प्रयास करना चाहिए। वहीं समाज में महिलाओं की सोच पर चर्चा करते हुए वह कहती है कि लोगों को महिलाओं के प्रति सोच बदलनी होगी। महिलाएं आज आगे बढ़ चुकी हैं उनको केवल प्रोत्साहन की जरुरत है न कि अपमान की।
बचपन से राम के थे भक्त, आज निभा रहे उनका किरदार
रामलीला में राम का किरदार निभागने वाले पौड़ी गढ़वाल निवासी चीनू गोंसाई का कहना है कि बचपन से ही उन्हें राम से अलग ही लगाव था। वहीं उनको फिल्मों में काम करने का शौक भी था। 2009 में उनको रंग मंच की दुनिया में आने का मौका मिला जिसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया, लेकिन 2019 में उन्हें पहली बार राम का किरदार निभाने के लिए कहा गया तो वह बेहद खुश हुए। राम का किरदार निभाने के लिए उनको काफी मेहनत करनी पड़ी, लेकिन वह राम के गुणों को अपने जीवन उतार लगातार आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे है। चीनू ने होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई की हैं, लेकिन कुछ दिन नौकरी करने के बाद उन्होंने अभिनय में अपना करियर बनाने का निर्णय लिया।
आवाज सुनने के बाद सुरेश को दिया था रावण का रोल
भैंसाली ग्राउंड में चल रही रामलीला में रावण का किरदार निभाने वाले सुरेश पांडे ने बताया कि उनकी आवाज थोड़ी भारी थी,जिसकी वजह से उनको रावण का रोल अदा करने के लिए कहा गया। सुरेश 12वीं पास हैं,लेकिन दो साल से रामलीला का मंचन न होने की वजह से घर खर्च के लिए उन्होंने जनरल स्टोर आदि पर भी कार्य किया। वहीं वह बताते है कि जैसा मेरा किरदार है मैं उससे बिल्कुल अलग हूं। सुरेश ने कुछ समय हनुमान का किरदार भी अदा किया है। वह कहते है कि रावण के कर्म बुरे थे, लेकिन वह अपने आप में विद्वान था।