- एसपी ट्रैफिक ने उगाही की बात को किया एक सिरे से खारिज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जीरो माइल चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के ट्रक से उगाही मामले की जांच के बाद ही अब दूध का दूध पानी का पानी हो सकेगा। हालांकि एसपी ट्रैफिक ने उगाही की बात को एक सिरे से खारिज कर दिया है। इसके इतर ऐसे कई सवाल हैं जो उगाही की बात खारिज किए जाने पर सवाल खडेÞ कर रहे हैं। हालांकि मंगलवार को बताया गया कि पूरे मामले में एसएसपी जांच कराएंगे उसके बाद ही तय होगा कि उगाही के आरोपों में कितना दम है।
यह पूरा मामला सोमवार की रात का है, जब कैंट विधायक अमित अग्रवाल अपने कुछ सहयोगियों के साथ वाया बाउंड्री रोड होते हुए जीरो माइल्स चौराहे पर पहुंचे। वहां उन्होंने एक सड़क पर ट्रक खड़ा देखा जिसमें ट्रैफिक पुलिस के कुछ सिपाही मौजूद थे। आरोप है कि ये सिपाही चालक से पांच हजार की डिमांड कर रहे थे। हालांकि ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि नो एंट्री में घुस आए ट्रक का चालान किया जा रहा था, लेकिन विधायक ने सवाल उठाया कि जब नो एंट्री लागू है तो फिर ट्रक कैसे जीरो माइल तक पहुंच गया।
वायरल वीडियो में बेपर्दा
जिस ट्रक के चालक से पांच हजार की उगाही का आरोप है उसके चालक का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें चालक आरोप लगा रहा है कि उससे पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी गयी। विधायक के करीबियों का कहना है कि योगी सरकार जीरो टॉलरेंस नीति पर चलती है। प्रशासन से उम्मीद करते हैं कि वे भी सीएम की जीरो टॉलरेंस नीति पर ही काम करें। उन्होंने सवाल किया कि जब उगाही नहीं की जा रही थी तो ट्रैफिक सिपाही बाइक छोड़कर क्यों भागा। कथित उगाही करते हुए ट्रैफिक के सिपाहियों को खुद कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने पकड़ा है, इसलिए यह मामला आसानी से ठंडा हो जाएगा, इसके आसार नजर नहीं आ रहे हैं। यह भी पता चला है कि जिन पर आरोप है उन्हें निलंबित किया जा सकता है।