जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: पहली बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची दिल्ली कैपिटल्स चार बार चैंपियन रह चुकी मुंबई का किला नहीं ढहा सकी। रोहित शर्मा की अगुवाई वाली मुंबई ने लगातार दूसरी बार और कुल पांचवीं बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की। दुबई में खेले गए फाइनल मुकाबले में दिल्ली ने 7 विकेट पर 156 रन बनाए थे लेकिन मुंबई ने कप्तान रोहित की 51 गेंदों पर 68 रन की पारी की मदद से 18.4 ओवरों में पांच विकेट पर 157 रन बना लिए।
दिल्ली के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की तरफ से रोहित और क्विंटन डीकॉक (20) ने पहले विकेट पर 45 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत की। सूर्यकुमार यादव (19) गलतफहमी में रनआउट हो गए लेकिन इशान किशन (33*) ने रोहित के साथ 47 रन की साझेदारी कर टीम को जीत की राह दिखा दी।
रोहित 17वें ओवर में आउट हुए लेकिन तब तक टीम की जीत तय हो चुकी थी। पोलार्ड (09), हार्दिक पंड्या (03) ने अनावश्यक ही विकेट गंवाए। अब तक जितने भी आईपीएल हुए वह रविवार को हुए हैं। पहली बार मंगलवार को हुआ और मुंबई के लिए मंगल ही रहा।
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— IndianPremierLeague (@IPL) November 10, 2020
इससे पहले दिल्ली की शुरुआत ही खराब हुई थी जब टीम ने 22 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। मुंबई के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने मार्कस स्टोइनिस को पारी की पहली गेंद पर ही आउट कर दिया था। अगले ओवर में अजिंक्य रहाणे (02) भी उनका शिकार बने। जयंत ने शिखर धवन (15) को पवेलियन भेज दिया।
दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर (65) और ऋषभ पंत (56) ने चौथे विकेट पर 11.3 ओवरों में 96 रन की साझेदारी की जिससे टीम चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाने में सफल रही। अय्यर ने 50 गेंदों की अपनी पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए जबकि पंत ने 38 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। यह पंत का इस सीजन में 15 पारियों में पहला अर्द्धशतक रहा।
दिल्ली ने मंगलवार को टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था लेकिन फाइनल में फिट होकर लौटे बोल्ट ने प्रतिद्वंद्वी टीम की योजनाओं को शुरुआत में बड़ा झटका दिया। इस साल पावरप्ले में बोल्ट की गेंदबाजी बेहद घातक रही है। उन्होंने इस सीजन में पावरप्ले में फेंके अपने 36 ओवरों में 16 विकेट लिए हैं। इससे पहले 2013 में मिशेल जानसन ने पहले छह ओवरों में इतने विकेट लिए थे।