Tuesday, March 21, 2023
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HomeUttar Pradesh NewsMuzaffarnagarसनातन धर्म से किसी मत या सम्प्रदाय की तुलना अनुचित: गुरुदत्त

सनातन धर्म से किसी मत या सम्प्रदाय की तुलना अनुचित: गुरुदत्त

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  • संतोष विहार में भजनोपदेशक कर्मवीर आर्य का अभिनंदन

जनवाणी संवाददाता |

मुजफ्फरनगर: वैदिक संस्कार चेतना अभियान संयोजक आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि सनातन वैदिक धर्म विश्व का मार्गदर्शक है। जीवन दर्शन के लिए सनातन संस्कृति संजीवनी है।

संतोष विहार में वैदिक संस्कार चेतना केंद्र पर आर्य समाज नागोरी गेट, हिसार से पधारे भजनोपदेशक कर्मवीर आर्य का अभिनंदन किया गया। आचार्य गुरुदत्त आर्य ने उन्हें अंगवस्त्र और सम्मान राशि भेंट की। इस मौके पर आचार्य ने कहा कि सनातन धर्म आदिकाल से है।

वेद ईश्वरीय वाणी है, जो हमारी संस्कृति, सभ्यता, ज्ञान -विज्ञान का मूलस्रोत है। किसी भी मत या सम्प्रदाय की सनातन धर्म से तुलना नहीं हो सकती है। सनातन धर्म हमें सत्य, न्याय, सदाचरण , त्याग, आदर्शता, मर्यादा, नैतिकता और देशभक्ति का संदेश देता है। ऋषि दयानंद ने जन-जागरण से सनातन संस्कृति की रक्षा की थी।

कल्याणकारी इंटर कालेज, बघरा के पूर्व प्रवक्ता गजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि महर्षि दयानंद ने देश को धर्मांतरण से बचाया था। वेद प्रचारक आर.पी.शर्मा ने कहा पाखंड, अंधविश्वास और कुरीतियों को त्याग कर यज्ञ, योग और स्वाध्याय करें। पूर्व प्रधान आनंद पाल सिंह तथा मंगत सिंह आर्य ने महर्षि की महिमा बताई। आर्य समाज गांधी कालोनी के संयोजक गजेंद्र सिंह राणा ने सत्यार्थ प्रकाश को जीवन अमृत ग्रँथ बताया। भजनोपदेशक कर्मवीर आर्य ने प्रेरक भजन सुनाये। धर्म मुनि, पुष्पेंद्र कुमार, डॉ. नीरज शास्त्री, राजेंद्र कुमार, जनेश्वर प्रसाद आर्य आदि मौजूद रहे।

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