- छह पुलिसकर्मियों की हो चुकी है मौत, 57 का चल रहा इलाज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने सैकड़ों घर उजाड़ दिए। यही नहीं इस लहर में इस बार खाकी भी नहीं बच पाई। कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर में अब तक जिले के 370 पुलिसकर्मी पॉजिटिव हो चुके हैं। जिनमें से छह की मौत हो चुकी है और 307 पुलिसकर्मी ठीक होकर अपनी ड्यूटी पर आ गए है। वहीं, फिलहाल 57 पुलिसकर्मियों का अभी इलाज चल रहा है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने देशभर में हाहाकार मचाकर रख दिया। हालात ऐसे बन गए थे कि शवों को जलाने के लिए भी लोगों को कई घंटों तक इंतजार करना पड़ा। यही नहीं कहीं आॅक्सीजन के लिए मारामारी रही तो कहीं रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी लोग दिन-रात भटकते रहे।
कुछ लोगों ने तो इस आपदा को अवसर बना लिया और आॅक्सीजन से लेकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी की। लोगों ने अपने परिजन को बचाने के लिए आॅक्सीजन व रेमडेसिविर इंजेक्शन को मुंह मांगी कीमत पर खरीदा, लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग अपने परिजन को बचा नहीं सकें।
यही नहीं इस बार कोरोना संक्रमण से खाकी भी नहीं बच पाई। जिस कारण कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में जिले में अब तक 370 पुलिसकर्मी पॉजिटिव हो चुके हैं। हालांकि इनमें 307 पुलिसकर्मी ठीक होकर अपनी ड्यूटी पर आ गए हैं, जबकि अभी भी 57 पुलिसकर्मियों को ईलाज चल रहा है। इस बार जिले में छह पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से लड़ते हुए मौत से हार गए।
पुलिस कोविड अस्पताल में तीन पुलिसकर्मियों का चल रहा इलाज
पुलिसकर्मियों के लगातार कोरोना संक्रमित होने के चलते मेरठ पुलिस ने प्रदेश का पहला 30 बेड कोविड अस्पताल बनाया है। जिसमे आॅक्सीजन से लेकर सभी सुविधाएं उपलब्ध है। मेरठ पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी पुलिस कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर पुलिसकर्मियों की सराहना की थी।
हालांकि इस वक्त पुलिस कोविड अस्पताल में तीन पुलिसकर्मियों का इलाज चल रहा है। अस्पताल में मौजूद एक कर्मचारी ने बताया कि विभाग की ओर से पुलिसकर्मियों के इलाज के लिए पूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। फिलहाल जो पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती है उनको बेहतर इलाज दिया जा रहा है। जल्द ही वह ठीक होकर अपने घर पहुंच जाएंगे। वहीं अन्य पुलिसकर्मी निजी अस्पताल व अपने घरों में ही इलाज करा रहे हैं।
टीकाकरण सेंटर हुआ बंद
पुलिस अस्पताल में टीकाकरण सेंटर बनाया गया था। जहां पर पुलिसकर्मियों समेत उनके परिजनों व अन्य लोगों को भी टीका लगाया जा रहा था, लेकिन पुलिस अस्पताल में कोविड सेंटर बनने के बाद टीकाकरण सेंटर को बंद कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस टीकाकरण सेंटर को अब मेरठ कॉलेज में शिफ्ट कर दिया है।