Monday, September 9, 2024
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बुखार के मरीजों की लगी लंबी कतारें, डायरिया ने भी घेरा

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  • जिला अस्पताल में रोजाना पहुंच रहे तीन से चार सौ बुखार के मरीज
  • बच्चा वार्ड में भी उल्टी-दस्त से ग्रसित बच्चों की भीड़

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: लगातार बदल रहे मौसम से आम जनता बुखार व डारिया की शिकार हो रही है। जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में रोजाना मरीजों की कतारें लग रहीं है। जबकि बच्चा वार्ड में भी कोई बैड खाली नहीं है। इसकी वजह अचानक गर्मी और उसके साथ हो रही बरसात को बताया जा रहा है। ऐसे मौसम में संचारी रोगों के मरीजों की संख्या बढ़ना खतरनाक है।

गुरूवार को जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार नजर आई। बताया जा रहा है रोजाना तीन से चार सौ बुखार के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहें हैं। इनमें से गंभीर मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती कराया जा रहा है जहां जांच होने के बाद डेंगू की पुष्टि की जा रही है। हालांकि 8 तारीख से अभीतक डेंगू के एक दर्जन मरीज इलाज के लिए पहुुंचे है लेकिन गुरूवार को डेंगू वार्ड में केवल पांच मरीज भर्ती है पाए गए।

आईसोलेशन वार्ड में बुखार व उल्टी-दस्त से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यहां मौजूद 20 बैड पूरी तरह फुल है। पिछले दस दिनों में करीब सौ मरीजों को यहां भर्ती किया गया है जो ठीक भी हुए है। लेकिन नए मरीजों के आने का सिलसिला लगातार जारी है। जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भी रोजाना 250 से 300 बच्चे उल्टी-दस्त व बुखार से ग्रसित होकर पहुंच रहें हैं। डाक्टरों ने बताया इनमें से गंभीर व डायरिया जैसे लक्षण वाले बच्चों को भर्ती किया जा रहा है।

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कुल बीस बैड है जो पूरी तरह फुल है। ठीक होकर जाने के बाद खाली होने वाले बैड पर दूसरे बच्चे को भर्ती किया जा रहा है। यह हाल तो केवल जिला अस्पताल का है जबकि निजी अस्पतालों व डाक्टरों के यहां भी बुखार व उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गर्मी व बरसात के मौसम में बुखार व उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि अपने खान-पान व साफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

घरों के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने देना चाहिए साथ ही मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए दवा का छिड़काव करना चाहिए। बाहर खुले में रखी खाने की चीजों का सेवन करने से बचें। जितना हो सके घर में बना ताजा खाना ही खाएं। जितना संभव हो सके अपने शरीर को ढक कर रखें, पूरी आस्तीन के कपड़े पहने। शरीर गर्म होने पर विशेषज्ञ चिकित्स को दिखाएं अपनी मर्जी से खरीदकर कोई दवा न लें।

जिला अस्पताल में बुखार व उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या पिछले कुछ दिनों में बढ़ी है। ऐसे मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल में डेंगू के लिए दस बैड का वार्ड अलग से बनाया गया है जहां मरीजों का इलाज हो रहा है। सावधानी बरतने से संचारी रोगों से बचा जा सकता है। -डा. इश्वरी देवी बत्रा, प्रमुख अधिक्षक, जिला अस्पताल, मेरठ।

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