सहारनपुर के एक कॉलेज में छापा, एक नकलची मिला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि से संबंधित मेरठ और सहारनपुर मंडल के कॉलेजों में इस समय एमबीबीएस की परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन सोचने वाली बात यह है कि एमबीबीएस को लेकर वैसे तो करीब दो साल से कॉपी अदला-बदली को लेकर एसआईटी की ओर से जांच चल रही है।
मगर, उसके बाद भी एमबीबीएस में होने वाली धांधली रुकने का नाम नही ले रही है। परीक्षाओं में नकलची नकल कर डॉक्टर बनने का सपना देख रहे है। मगर शासन की ओर से सख्ती होने के बाद विवि की ओर से सभी जिलों में एमबीबीएस परीक्षा को लेकर बनाए गए केंद्रों पर छापेमारी चल रही है।
बुधवार को सहारनपुर व मुजफ्फरनगर के सेंटरों पर छापेमारी की गई तो सहारनपुर में एक छात्र नकल करते पाया गया। वहीं बुधवार को मेरठ के केंद्र पर चल रही एमबीबीएस परीक्षा के दौरान कोड नंबर 405 के पेपर में एक टॉपिक गलत आने पर जहां पेपर को सही करने के लिए भेजा गया तो उस दौरान केंद्रों पर पेपर आउट होने का शोर मच गया। मगर, छात्रों को जब पेपर में एक टॉपिक गलत आने की बात चली तो वह शांत हो गए।
विवि को सौंपी रिर्पोट
विवि की ओर से जारी एमबीबीएस परीक्षा में स्वामी कल्याण देव राजकीय मेडिकल कॉलेज मुजफ्फरनगर को परीक्षा केंद्र बनाया गया हैं। इस कॉलेज के साथ वहां बीआईटी एवं भारत आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज के छात्र भी परीक्षा दे रहे हैं। शासन को इस केंद्र पर बोलकर नकल कराने की शिकायत मिली थी, जिसके बाद विवि ने सख्ती दिखाते हुए विवि कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने अपनी अध्यक्षता में छापेमारी के लिए सेंट्रल फ्लाइंग स्वायड का गठन करने के साथ ही दो और टीमों को छापेमारी के लिए लगाया है। केंद्रीय सचल दल के समन्वयक प्रो. शिवराज पुंडीर के अनुसार बुधवार को छापेमारी के दौरान केवल एक नकलची पकड़ा गया है। वहीं पहली पाली में डॉ. एस सिंह के सचल दस्तों ने मुजफ्फरनागर के स्वामी कल्याण देव राजकीय मेडिकल कॉलेज दो विद्यार्थियों के पास डिवाइस बरामद की गई, जबकि चार विद्यार्थियों से पर्चियां बरामद की गई हैं। परीक्षा के दौरान कुछ केंद्रों पर निजी कॉलेजों के शिक्षक भी ड्यूटी देते मिले। ऐसे में विवि ने जांच टीम से रिर्पोट मांगी है।