Saturday, April 20, 2024
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न मास्क, न सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड नियमों की उड़ रही धज्जियां

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  • प्रशासन की लचर व्यवस्था सरकारी कार्यालयों में नहीं हो रहा कोविड का पालन

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से भले ही कोरोना महामारी जागरूकता के लिए संदेश दिया जा रहा हो, लेकिन सरकारी कार्यालयों में कोरोना गाइडलाइन व जागरूकता संदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इसको लेकर प्रशासन भी कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

जिला प्रशासन ने सरकारी कार्यालयों में नो मास्क, नो एंट्री का बोर्ड लगाते हुए कर्मचारियों को सख्ती से कोविड-19 की गाइडलाइन पालन करने के निर्देश दे दिए हैं, लेकिन शहर की व्यवस्थाओं को रामभरोसे ही छोड़ दिया है। प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं के चलते शहर में जमकर कोविड-19 गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

मास्क लगाने में नहीं दिखा रहे रुचि

जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद जिले में बड़ी संख्या में लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं। शहर एवं कस्बों के बाजारों में न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और न ही लोग मास्क पहनने में रुचि दिखा रहे हैं। हालांकि जिलेभर में पुलिस की ओर से कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन कराने के लिए सख्ती करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन इसका असर कहीं भी नजर नही आ रहा है। ऐसे में संक्रमण बढ़ने का खतरा मंडराता नजर आ रहा है।

जिला अस्पताल में दो गज की दूरी का उड़ रहा मजाक

कोरोना वायरस के इंफेक्शन के बचाव के लिए लगातार सरकार दो गज की दूरी मास्क भी जरूरी का संदेश दे रही है। कोरोना से बचाव के लिए तमाम इंतजाम और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। मगर सरकारी तंत्र ही इन नियमों का पालन कराने में फेल साबित हो रहा हैं। सरकारी अस्पतालों में कोविड नियमों की जमकर धज्जियां उड़ रही हैं।

जिला अस्पताल परिसर में कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी का संदेश यहां कोई नहीं मान रहा है। कोविड-19 संक्रमण की जांच के लिए बनाए गए सैंपल कलेक्शन सेंटर पर ही जबरदस्त भीड़ दिखाई दे रही है। यही नहीं, यहां लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं। जिला अस्पताल की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने के लिए व्यवस्थाएं पूरी तरह से गायब हैं।

कोरोना के 12 सक्रिय मरीज, चार पॉजिटिव

कोरोना के जिले में चार पॉजिटिव मरीज हैं। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि सोमवार को जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की कुल संख्या 12 रही। वहीं, कोरोना के 13 मरीज होम आइसोलेटेड हैं। इनमें एक महिला दूसरे राज्य की है।

बता दें कि पिछले दिनों केरल से आई सैन्यअधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। अब वह होम आइसोलेशन में है। वहीं, कोरोना के चार नए मरीजों में स्वीडन से आई 38 वर्षीय महिला और 11 वर्षीय उनके बेटे को कोरोना की पुष्टि हुई हैं। ये दौराला ब्लॉक के रहने वाले हैं। यह 23 दिसंबर को मेरठ पहुंचे थे। जांच में इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और दोनों ही कोरोना संक्रमित पाए गए थे।

इस बीच यह दोनों नोएडा रुके थे और यात्रा के दौरान इनके संपर्क में आए दो लोग भी संक्रमित पाए गए। जिनका उपचार वहीं पर किया जा रहा है। वहीं, यूएई से आए 32 वर्षीय कारोबारी और सेंट मेरीज स्कूल का छठी कक्षा का 11वीं वर्षीय छात्र भी कोरोना पॉजिटिव मिला था। अन्य राज्यों में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ऐसे में जिले में कोरोना के पॉजिटिव मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग भी चिंता में पड़ गया है।

उधर, कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिग के लिए भेजे गए हैं। मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा. अशोक तालियान ने बताया कि विदेश से लौटे सभी यात्रियों की विशेष निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की भी जांच कराई जा रही है। उधर, कोरोना के नए मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग की धड़कनें बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग विदेश से आए लोगों पर कड़ी नजर रख रहा है।

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