- 7 देशों 10 प्रदेशों के शोध छात्रों एवं अकैडमिशियन कर रहे हैं प्रतिभाग
- 87 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए जा रहे है, यमन ऑस्ट्रेलिया सूडान से प्रतिभागियों ने किया प्रतिभाग
जनवाणी संवाददाता |
मीरापुर: भगवंत इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के दो दिवसीय आयोजन के शुभारंभ पर संस्था के चेयरमैन डॉ अनिल सिंह विक्टोरिया, विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया से प्रोफेसर डॉक्टर अख्तर कलाम, वियतनाम से प्रोफेसर डॉक्टर आनंद,नैय्यर कुवैत से प्रोफेसर डॉक्टर एस नीलामणि प्रोफेसर डॉक्टर सुब्रमण्यम गणेशन ऑकलैंड विश्वविद्यालय यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉक्टर बीके शर्मा गेस्ट आफ ऑनर प्रोफेसर डॉक्टर नीलेंद्र बादल डायरेक्टर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज चांदपुर बीआईटी के निदेशक डॉक्टर लोकेश बंसल उपनिदेशक डॉ अजय गुप्ता सह निदेशक अकैडमी डॉक्टर राघव मेहरा सह निदेशक एडमिशन डॉक्टर पुष्प अनिल वर्मा एजीएम फाइनेंस ऑफिसर दुष्यंत कुमार असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ आदित्य कुमार शर्मा संयोजक डॉ शिवानी चौहान आदि ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया।
इस अवसर पर संस्थान के चेयरमैन डॉक्टर अनिल सिंह भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर के वाइस चांसलर प्रोफेसर वीके शर्मा एवं संस्थान के निदेशक डॉक्टर लोकेश बंसल उपनिदेशक डॉ अजय गुप्ता एवं अतिथियों ने सोविवनियर का विमोचन किया सत्र का प्रारंभ करते हुए संस्था के चेयरमैन डॉ अनिल सिंह ने समस्त अतिथियों का स्वागत किया एवं बुके देकर सम्मानित किया। डॉ अनिल सिंह ने सत्र प्रारंभ करते हुए कहा की भगवंत ग्रुप लेटेस्ट टेक्नोलॉजी एवं ट्रेंड को हमेशा सपोर्ट करता है एवं आने वाले समय में यहां का रिसर्च एवं अनुसंधान विश्व स्तरीय होगा। भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर में विश्व स्तरीय शोध कार्य किए जाते हैं एवं अध्यापकों को नित्य नए रिसर्च एवं एकेडमिक फील्ड में नए कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
एकेडमिक टूर विदेश यात्राओं के लिए भेजा जाता है। भगवंत ग्रुप का 5 विदेशी विश्वविद्यालयों से एमओ यू है। शिक्षा में गुणवत्ता लाने और नवीन अनुसंधानओ एवं छात्रों में नवीन कौशलों के विकास के लिए कॉन्फ्रेंस एवं वर्कशॉप के आयोजन समय-समय पर किए जाने चाहिए। नई शिक्षा नीति में अनुसंधान पर बहुत जोर दिया जा रहा है। नेट मूल्यांकन में भी रिसर्च की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर के कुलपति वाइस चांसलर प्रोफेसर डॉ वीके शर्मा ने कहा कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत तेजी से तरक्की कर रहा है इसमें एकेडमिक रिसर्च का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
प्रतिवर्ष नई नई रिसर्चओं के माध्यम से भारत शीघ्र ही रिसर्च के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण स्थान पूरे विश्व में बना लेगा। इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रथम दिन के लिए कीनोट स्पीकर प्रोफेसर डॉक्टर अख्तर कलाम विक्टोरिया विश्वविद्यालय ऑस्ट्रेलिया जिनका कार्यक्षेत्र पावर सिस्टम एनालिसिस कम्युनिकेशन कंट्रोल प्रोटेक्शन रिन्यूएबल एनर्जी स्मार्ट पर अपना कीनोट प्रस्तुत किया। प्रोफेसर डॉक्टर आनंद नैय्यर दिया टेन यूनिवर्सिटी दानंग वियतनाम ने जिनका कार्यक्षेत्र वायरलेस सेंसर नेटवर्क स्वर्ण इंटेलिजेंसी एंड नेटवर्क सिमुलेशन पर नोट दिया।
इंटरनेशनल कांफ्रेंस के द्वितीय दिवस 18 मार्च को प्रोफेसर सुब्रमण्यम गणेशन ऑकलैंड विश्वविद्यालय रोस्टर यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका यूएसए डॉ राम बाबू शर्मा फिनलैंड से डॉक्टर नवीन शर्मा प्रोफेसर डॉ एस नीलामणि कुवैत इंस्टिट्यूट फॉर साइंटिफिक रिसर्च कुवैत 18 मार्च के लिए कीनोट स्पीकर रहेंगे इस दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में देश में विदेश से लगभग 200 छात्र एवं एकेडमी सेन ने प्रतिभाग किया, जिनमें यमन, सूडान, वियतनाम, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, कुवैत एवं भारत के विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश आदि प्रदेशों से लगभग 157 रिसर्च पेपर प्राप्त हुए, जिनका रिव्यू टीम ने मूल्यांकन किया और जांच उपरांत 87 रिसर्च पेपर को प्रस्तुत करने की अनुमति प्रदान की। जम्मू कश्मीर से एजाज मकबूल, मलिक वैद्य ने इंपैक्ट ऑफ एस एच जी इन सोशियो इकोनामिक डेवलपमेंट इन उत्तराखंड जम्मू कश्मीर विद स्पेशल रेफरेंस टू सेंट्रल कश्मीर डिस्ट्रिक्ट बड़गांव पर अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर कवेंद्र यादव, डॉक्टर अजय सिंह, इंजीनियर निकुल चौधरी, अजय सिंह, गौरव राजपूत, डॉक्टर सचिन कुमार सिंघल, डॉक्टर राजेश रावत, डॉक्टर आलोक सिंह वर्मा, आशीष कुमार अग्रवाल, महेश सिंह, भावना, दिव्या, नेहा कुमारी, रश्मि, दीपशिखा, छात्र अतुल नागर, अजय शर्मा, अक्षय पालीवाल, अकाश पाल, संजना व खुशबू आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।