- ट्रैफिक की पुलिस शायद किसी बड़े हादसे के इंतजार में
- मौत बनकर दौड़ते हैं ओवर लोड वाहन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ट्रैफिक पुलिस की सरपरस्ती में रात को ओवरलोड वाहन देहात क्षेत्र की सीमाओं के बाद शहर के अंदर की सड़कों में आसानी से सरपट दौड़ते नजर आते हैं। रात के वक्त इन ओवरलोड वाहनों को पुलिस भी अनदेखा कर किसी बड़े हादसे के इंतजार में है। मौत बनकर दौड़ रहे ऐसे ओवरलोड वाहनों पर पुलिस शिकंजा कसने के बजाय इनसे एक मुश्त रकम ऐंठ इनका काम आसान कर देती है।
रात के 10 बजे के बाद से ही शहर के प्रमुख मार्गों जैसे बागपत रोड से मलियाना, टीपीनगर की ओर जाने वाले ओवरलोड वाहन शहर की सड़कों पर प्रवेश करना आरम्भ कर देते हैं। यही स्थिति मवाना रोड और हापुड़ रोड व गढ़ रोड से शहर के अंदर की ओर आने वाली सड़कों पर देखी जा सकती है। रात होते ही ट्रैक्टरों पर ओवरलोड भूसे, धान से भरी ट्रालियां और बुग्गी व ट्रकों का आवागमन शुरु हो जाता है।
ओवरलोड ये वाहन पूरी सड़कों को अकेले घेरकर तेज स्पीड से चलते किसी हादसे को न्योता देने में लगे हैं। इन ओवरलोड वाहनों को ट्रैफिक पुलिस शहर में एंट्री के नाम पर अवैध वसूली करने में लगी है। शहर की सड़कों पर ऐसे प्रतिबन्धित ओवरलोड वाहन खुलेआम रात दस बजे से लेकर पूरी रात तक सरपट दौड़ते नजर आते हैं,
लेकिन ओवरलोड इन वाहनो की बेरोकटोक एंट्री पुलिस की मर्जी से चलती है। वाहनों पर 10 फीट तक ऊंचाई तक सामान को लादकर ले जाया सकता है, लेकिन इसके विपरीत दस फीट से अधिक ऊंचाई तक सामान को वाहनों में लादकर रात के समय शहर में लाया जाता है। जिसके चलते कई बार बड़े हादसे इसके उदहारण हैं।