- जलभराव से आबादी का पैदल निकलना हो गया दूभर, डेढ़ माह से नहीं हो रही कोई कार्रवाई
- बुरी तरह से चोक हो चुके नाले को प्रेशर मशीन भी साफ नहीं कर पा रही
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: नगर निगम और जल निगम के बीच चल रही नूरा कुश्ती के कारण वार्ड 72 में आने वाले तमाम मोहल्ले सीवर का पानी गलियों में भर जाने से नारकीय जिंदगी जीने को मजबूर हो रहे हैं।
दरअसल हापुड़ रोड पर तिरंगा गेट के पास नाला चोक हो जाने के कारण निचले इलाके में बसे लुहारपुरा, रहमतपुरा, इस्लामाबाद और ताला फैक्ट्री के पास इस कदर गंदा पानी भरा हुआ है कि लोगों का पैदल निकलना दूभर हो गया है। नगर निगम डेढ़ महीने से हर संभव प्रयास कर चुका लेकिन जलभराव से एक लाख के करीब की आबादी निजात नहीं पा सकी है।
हापुड़ रोड से गुजर रहा नाले का एक हिस्सा बुरी तरह से चोक हो चुका है। प्रेशर मशीन भी इस नाले को साफ नहीं कर पा रही है। इस कारण निचले इलाके में भरा पानी न केवल बीमारियों को जन्म दे रहा है बल्कि लोगों के घरों में गंदा पानी घुस कर परेशानी का सबब बना हुआ है।
ताला फैक्ट्री के अलावा इस्लामाबाद की निचली गलियों में करीब एक फुट तक पानी भर जाता है और ऐसे में लोग जब अपने पार्षदों से गुहार लगाते है तो पार्षद नगर निगम से मशीन मंगवा कर पानी निकलवा देता है और जो तीन चार घंटे के बाद फिर से पुरानी स्थिति वापस आ जाती है। स्थानीय निवासी जाहिद सैफी का कहना है कि नगर निगम और जल निगम के बीच नूरा कुश्ती चल रही है और इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
नाजिम सैफी ने बताया कि गलियों में पानी इस कदर भरा हुआ है कि पैदल निकलने से पहले दस बार सोचना पड़ता है। बार बार शिकायतें करने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। सहायक नगर आयुक्त ब्रजपाल सिंह का कहना है कि नाले की सफाई कराई जाएगी और जलभराव से लोगों को मुक्ति मिलेगी।