Sunday, May 19, 2024
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शातिर वाहन चोर शादाब, मेहराज और पप्पू बकरा को पुलिस ने उठाया

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  • दिल्ली की साकेत क्राइम ब्रांच की जलीकोठी में दो बार दबिश
  • सुहैल उर्फ शीला हाथ से निकला, तलाश में कई ठिकानों पर दबिश

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: शातिर वाहन चोरों की तलाश में दिल्ली पुलिस की साकेत क्राइम ब्रांच ने बुधवार देर रात करीब एक बजे थाना देहलीगेट के जलीकोठी इलाके में दबिश देकर शातिर वाहन चोर शादाब ऊर्फ बाबू लाल, मेहराज व पप्पू ऊर्फ बकरा को उठा लिया। क्राइम ब्रांच ने गुरुवार सुबह करीब साढेÞ 10 बजे दोबारा भी दबिश दी। इनके ठिकाने से चार गाड़ियां भी बरामद होने की बात कही जा रही है। हालांकि इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। शादाब ऊर्फ बाबू लाल शातिर वाहन चोर सुहैल ऊर्फ शीला का भाई बताया गया है।

दिल्ली क्राइम ब्रांच को शादाब के भाई सुहैल ऊर्फ शीला की तलाश है। वह फरार है। क्राइम ब्रांच के दबिश के दौरान जलीकोठी के हाफिज फरमान वाली गली में घंटों अफरा-तफरी मची रही। जैसे ही सादावर्दी क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची लोग समझ गए कि किसी को उठाने आयी है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि क्राइम ब्रांच वाले सीधे शादाब के ठिकाने पर पहुंचे और उसको उठा लिया। हालांकि सुहैल शीला हत्थे नहीं चढ़ा।

गुरुवार सुबह करीब साढेÞ 10 बजे दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने एक बार फिर दबिश दी। इस दौरान जलीकोठी के जिस इलाके में सुहैल शीला का ठिकाना है, वहां अफरा-तफरी मची रही, लेकिन शातिर वाहन चोर हत्थे नहीं चढ़ सका।
क्राइम ब्रांच की टीम काफी देर तक तलाश करती रही। कुछ लोगों से पूछताछ भी की। वहीं, दूसरी ओर यह भी आशंका जतायी जा रही है कि क्राइम ब्रांच की दबिश की खबर पहले ही लीक हो गयी थी, जिसके चलते यह शातिर वाहन चोर अंडर ग्राउंड हो गया है।

हालांकि यह भी पता चला है कि वह मेरठ में ही बना हुआ है, लेकिन फिलहाल उसने अपना ठिकाना बदल लिया है। माना जा रहा है कि उसको भी इस बात का अंदाजा है कि दिल्ली क्राइम ब्रांच उसकी सरगर्मी से तलाश में लगी है। बुधवार देर रात करीब एक बजे और गुरुवार सुबह साढेÞ 10 बजे दिल्ली क्राइम ब्रांच की दबिश हुई, लेकिन देहलीगेट पुलिस पूरी तरह से इससे बेखबर बनी रही। दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम बजाए थाना देहलीगेट में आमद दर्ज कराने के सीधे सुहैल शीला के ठिकाने पर पहुंची। यह बात अलग है कि वह हत्थे नहीं चढ़ सका।

कारोबारी पर जानलेवा हमला

उल्लेखनीय है कि सुहैल शीला ने विगत दिनों सदर बाजार थाना क्षेत्र के सोतीगंज के एक कारोबारी पर भी जानलेवा हमला किया था, लेकिन पीड़ित कारोबारी का आरोप है कि थाना सदर बाजार के एक दारोगा के संरक्षण के चलते शिकायत व तहरीर के बाद भी उस पर कार्रवाई नहीं की। इस कारोबारी ने डीजी पुलिस व एडीजी तथा दूसरे पुलिस अधिकारियों को ट्वीट कर सदर थाना के दारोगा व सुहैल शीला से अपनी जान का खतरा जताते हुए हत्या की आशंका जतायी थी।

जलीकोठी गई थी दिल्ली पुलिस

  • दिल्ली पुलिस की एक टीम लेट नाइट पहुंची थी। वो जलीकोठी गए थे, हालांकि यह स्पष्ट नहीं कि कोई उन्हें मिला या नहीं।-विनय कुमार, इंस्पेक्टर देहलीगेट

फर्जी पासपोर्ट मामले में कई रडार पर

मेरठ: फर्जी पासपोर्ट मामले में मेरठ कई चेहरे रडार पर हैं। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी के गठन की बात अब सुनने में आ रही है। माना जा रहा है कि चुनाव के बाद इस मामले को लेकर शासन स्तर पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है। याद रहे कि सिने स्टार सलमान खान के घर पर फायरिंग मामले में राजस्थान की बीकानेर पुलिस की कंकरखेड़ा सुभाषपुरी निवासी राजू वैद के लॉरेंस के गुर्गों से रिश्ते के खुलासे के बाद एसआईटी की आहट सुनाई देने लगी है। वहीं दूसरी ओर माना जा रहा है कि इसे मामले को लेकर यूपी एसटीएफ भी अपने स्तर से जांच शुरू कर सकती है।

दरअसल पता चल लगाना है कि मेरठ में राजू वैद्य की मार्फत लारेंस एंड कंपनी के अन्य कितनों से तार जुडेÞ हुए हैं। साथ ही यह भी कि कितने पासपोर्ट अब तक और किस के बनवाए जा चुके हैं। इस मामले में पासपोर्ट दफ्तर में स्टाफ से भी पूछताछ की जाएगी। यहां यह भी गौरतलब है कि बिश्नोई के बड़े गुर्गों को फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भगाने में सहयोग करने वाले राहुल सरकार को बीकानेर पुलिस ने 31 मार्च को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था। दिल्ली निवासी राहुल सरकार ने ही गैंगस्टर रोहित गोदारा को फर्जी पासपोर्ट बनाकर दिया था।

इसके बाद वह विदेश भाग गया। कुछ अन्य बदमाशों के फर्जी पासपोर्ट भी राहुल सरकार की ओर से बनाए जाने की जानकारी सामने आई थी। राहुल से पूछताछ के बाद राजस्थान पुलिस गाजियाबाद, मेरठ सहित अन्य जिलों में उसके नेटवर्क को खंगाल रही है। इसी के चलते मंगलवार को कंकरखेड़ा सुभाषपुरी के राजू वैद को बीकानेर पुलिस पकड़कर ले गई। राजू आंबेडकर रोड पर साइबर कैफे चलाता है। इसके अलावा गाजियाबाद पासपोर्ट आॅफिस के पास भी उसने अपना आॅफिस खोल रखा है।

राजू वैद फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले राहुल सरकार के लिए काम कर रहा था या फिर उसे राहुल ने फर्जी आईडी देकर पासपोर्ट बनवाए, ये अब तक की जांच में स्पष्ट नहीं हो पाया है। एसपी सिटी आयुष व्रिकम सिंह का कहना है कि बीकानेर से क्राइम ब्रांच की टीम आई थी। वह फर्जी पासपोर्ट के मामले में राजू वैद को ले गई है। राजस्थान पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। मेरठ पुलिस को सिर्फ राजू को ले जाने की जानकारी दी गई है।

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