Saturday, June 21, 2025
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शहर की सड़कों में गड्ढे बेशुमार, निगम को हादसे का इंतजार

  • निगम के जलकल विभाग द्वारा खुदवाये गये गड्ढों की मरम्मत का जिम्मा, जलकल या निर्माण विभाग को स्पष्ट नहीं
  • पानी की टंकी के लीकेज को बंद कराने के बाद गड्ढों को बंदकर सड़कों की मरम्मत पर खर्च होता है अच्छा खासा बजट

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: टंकी की पाइप लाइन एवं सीवर लाइन जिन जगहों पर सड़क के बीच में लीकेज हो जाती हैं। उन जगहों पर निगम के जलकल विभाग द्वारा गड्ढे खुदवाकर पाइप लाइन को ठीक करा दिया जाता है। जिसके बाद गड़ढ़ों में मिट्टी एवं र्इंट पत्थर भरकर निगम के द्वारा इतिश्री कर ली जाती है। जबकि इन गड्ढों की मरम्मत कर सड़क को फिर से पेंचवर्क कर मरम्मत के लिये निगम के द्वारा टेंडर छोड़ा जाता है।

जिस पर अच्छा खासा बजट भी खर्च होता है, लेकिन कुछ समय से सड़क में खोदे गये गड्ढों को केवल मिट्टी एवं र्इंट पत्थर डालकर बंद करने के बाद उस पर तारकोल वाली सड़क की मरम्मत के लिये पेंचवर्क नहीं किया जाता। महानगर में सैकड़ों जगह इस तरह के गड्ढे बने हैं, लेकिन निगम द्वारा जिन जगहों पर गड्ढों में मिट्टी डालकर बंद किया गया है। उन जगहों पर पक्का पेंचवर्क नहीं करा रहा है। शायद निगम को किसी बडे सड़क हादसों का इंतजार है।

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नगर निगम क्षेत्र में टंकी की पाइप लाइन फटने एवं लीकेज की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। एक दिन में 5 से 6 जगहों पर टंकी की पाइप लाइन में लीकेज होने की आ रही है। यदि एक महीने में इन समस्याओं को देखा जाये तो एक महीने में 100 से अधिक हो जाती है। कभी-कभी पाइप लाइन फट जाती है। जिसके चलते काफी दूर तक तारकोल वाली पक्की सड़क भी क्षतिग्रस्त हो जाती है। निगम द्वारा पाइप लाइन एवं लीकेज को ठीक करने के बाद गड्ढों को पूरी तरह से बंद करने के लिये अलग से अच्छा खासा बजट पास किया जाता है,

लेकिन वह धरातल पर खर्च कहां हो रहा है, वह दिखाई नहीं देता, लेकिन नगर निगम के द्वारा मानक के अनुसार लीकेज वाली जगहों पर गड्ढों को मिट्टी भरकर बंद करने के बाद उन्हें पेंचवर्क कर पक्का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। जिसके चलते सड़क हादसों में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है। दुपहियां वाहन चालक सड़क के बीच में बने गड्ढों में गिरकर चोटिल तक हो रहे हैं, लेकिन निगम इन गड्ढों को सही तरह से बंद नहीं करा रही है।

महानगर में एक दो जगह नहीं बल्कि सैकड़ों की संख्या में सड़कों में अलग-अलग जगहों पर गड्ढे बने हुये हैं। जिन्हे मिट्टी र्इंट पत्थर आदि से भरकर बंद करने के बाद सड़क की पक्की मरम्मत कराना मानों भूल गई है या फिर जानबूझकर निर्माण कार्य नहीं कराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ जनवाणी ने महानगर की जनता की इस गंभीर समस्या पर निगम के अधिकारियों से बातचीत की तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।

वहीं निर्माण विभाग एवं जलकल विभाग सड़कों के बीच लीकेज बंद कराने के बाद निगम के मानक के अनुसार गड्ढों को दोबारा से बंद कराकर सड़क पर पेंचवर्क कराया जा रहा है या नहीं यह जिम्मेदारी जलकल विभाग की है या फिर निर्माण विभाग की। इस पर दोनों ही विभाग स्पष्ट जानकारी नहीं दे सके। जबकि निगम के द्वारा टंकी की फटी पाइप लाइन एवं सीवार लाइन को ठीक कराने के बाद गड्ढों को बंद कराने के लिये अलग से टेंडर छोड़ा जाता है।

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उस पर अच्छा खासा बजट भी पास किया जाता है, लेकिन न जाने निगम के अधिकारी मीडिया को जानकारी देने में क्यों डर रहे हैं? यदि जानकारी दी तो क्या उन्हे इस तरह के मामलों में की जा रही लापरवाही कर डर सता रहा है। मामला मीडिया में पहुंचा तो आला अधिकारियों के संज्ञान में जायेगा और इस मामले में कहीं दोषियों पर कार्रवाई न हो जाये।

शायद इसलिये ही जानकारी देने से निगम के अधिकारी व कर्मचारी बचते नजर आ रहे हैं। इस संबंध में अपर आयुक्त प्रमोद कुमार से भी उनके मोबाइल पर संपर्क किया तो उन्होने कॉल रिसीव नहीं की। उनके मोबाइल पर मैसेज भी किया उसका भी उन्होंने जवाब नहीं दिया।

सहायक अभियंता जलकल जानकारी देने के लिये अधिकृत नहीं है। जिन जगहों पर पाइप लाइन फटती है या फिर लीकेज की समस्या के कारण सड़क में गड्ढे खोदे जाते हैं। लीकेज ठीक करने के बाद मिट्टी से गड्ढा जलकल विभाग के द्वारा भरा जाता है। टूटी पक्की सड़क पर पेंचवर्क कराने का कार्य निर्माण विभाग का है। -पंकज सिंह, सहायक अभियंता जलकल नगर निगम।

जिन जगहों पर टंकी की पाइप लाइन के लिये सड़क की खुदाई कर लीकेज के ठीक कराने के बाद गड्ढों को पूरी तरह से बंद करने का कार्य जलकल टीम का होता है, मुझे यही जानकारी है। बाकी जानकारी निर्माण विभाग के अधिकारी दे सकते हैं। -पदम सिंह, अवर अभियंता निर्माण विभाग नगर निगम।

जलकल विभाग एवं निर्माण विभाग दोनों ही विभाग नगर निगम के हैं। जिन जगहों पर टंकी की पाइप लाइन के लीकेज बंद करने के लिये गड्ढे खोदे जाते हैं। उनको सही तरह से बंद करने का कार्य जलनिगम का होता है। यदि जलकल विभाग निर्माण विभाग को अवगत कराये तो निर्माण विभाग गड्ढों को बंद कराकर पेंचवर्क कराने का कार्य करता है। फिलहाल सड़क में बने गड्ढों एवं उन्हे ठीक कराने के संबंध में मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई हैं। यदि दोनो विभागों के द्वारा स्पष्ट नहीं किया जा रहा है तो उसे दिखवाया जायेगा। -अमित शर्मा, ईई, निर्माण विभाग नगर निगम।

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