- पैसा न देने पर सूची से हटा दिए जाते हैं पात्रों के नाम
जनवाणी संवाददाता |
थानाभवन: गरीब बेघर लोगों के लिए शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। कस्बे का आलम यह है कि जो लोग दलालों को पैसा नहीं देते है उनका नाम पात्रों की सूची से हटा दिया जाता हैं। जिसके कारण कस्बे में सैकड़ों गरीब लोग योजना के लाभ से वंचित हैं।
मोहल्ला रोगनग्रान निवासी विधवा महिला लोकेश पत्नी शोकेंद्र ने बताया कि उसका मकान कच्चा है। कई बार प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म भर चुकी हूं आज तक फार्म पास नहीं हुआ। विधवा महिला महमूदा पत्नी नसीम ने बताया कि पति के मरने के पश्चात हमारा कोई भी कमाने का साधन नही है। मकान की छत कच्ची है।
आरोप लगाया कि राजस्व विभाग की टीम को पांच हजार रुपये देने से मना कर दिए तो मेरा मकान लिस्ट से कटवा दिया गया। ऐसे ही गुलाब पुत्र यूसुफ, वसीम पुत्र रमजानी, यामीन पुत्र इस्लाम का भी फार्म भरने के बावजूद कोई लाभ नही मिल सका। वार्ड 13 की सभासद परवीन बेगम का कहना है बहुत से गरीब लोग व महिलाएं उनके पास आ रही हैं जो बता रही हैं कि उनके कच्चे मकान हैं, जर्जर हाल छत है फार्म भरा परंतु योजना की सूची में नाम नहीं आया।
उधर, इंजीनियर जग्गेश मीणा का कहना है कि 472 फार्म उनके पास आए थे 472 ही नाम सूची में भेज दिए गए हैं जो पास हो गए हैं। जबकि दूसरी सूची उनके पास अभी तक नहीं पहुंची है। जग्गेश मीणा का कहना है कि अगर कोई पैसों के लेनदन का मामला है तो पीड़ित को शिकायत करनी चाहिए।