Wednesday, September 11, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutमुश्किल में फंसे एसएसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य

मुश्किल में फंसे एसएसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य

- Advertisement -
  • संयुक्त शिक्षा निदेशक प्रथम करेंगे तमाम आरोपों और नियुक्ति प्रक्रिया की जांच
  • दो माह के अंदर हाईकोर्ट को देनी है जांच रिपोर्ट, अगली सुनवाई 26 फरवरी को

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: लालकुर्ती स्थित एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज के प्रधानाचार्य विशन पाल के खिलाफ हाईकोर्ट ने संयुक्त सचिव प्रथम को जांच के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट के आदेश से एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज, लालकुर्ती के स्टाफ में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, दूसरी ओर महकमे के जिन अफसरों की मदद के चलते विशनपाल कालेज के प्रधानाचार्य की कुर्सी तक पहुंचे, उन पर भी शिकंजा कसने की आशंका जतायी जा रही है।

यह पूरा मामला इन दिनों शिक्षा विभाग में जबरदस्त चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, दूसरी ओर शिक्षा विभाग के अफसर इस मामले पर कुछ भी कहने से कन्नी काट रहे हैं। उनका कहना है कि मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है जो मामला पहले से कोर्ट में विचाराधीन हो, उस पर बोलना मुनासिब नहीं। जो भी हाईकोर्ट का आदेश होगा उसके अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

ये है पूरा मामला

शहर के लालकुर्ती स्थित एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज में वर्तमान में प्रधानाचार्य की कुर्सी पर काबिज विशन पाल सिंह की शुरुआत जनता इंटर कालेज खेड़ा से हुई थी। करीब दो दशक पूर्व जब एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज लालकुर्ती के तत्कालीन प्रधानाचार्य नित्यानंद शर्मा किन्हीं कारणों के चलते हट गए या हटा दिए गए थे, उसके बाद विशन पाल सिंह बेहद चौंकाने वाले व नाटकीय बताए जा रहे

तरीके से एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज के प्रधानाचार्य बन गए। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में रिट दायर करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट पुनीत शर्मा का कहना है कि तब के अफसर इस मामले को लेकर बजाय स्थिति साफ करने व सवालों का जवाब देने के सवालों से भागते नजर आए।

शिकायतों का अंबार, मगर सुनवाई नहीं

विशन पाल के एसएसडी ब्वॉयज इंटर कालेज का प्रधानाचार्य बनने को लेकर शिक्षा विभाग के स्थानीय से लेकर लखनऊ स्थिति अफसरों तक दर्जनों शिकायतें पहुंचीं। पूर्व एमएलसी ओम प्रकाश शर्मा जो खुद एक शिक्षक नेता भी थे, उन्होंने भी इस मामले को शासन में उठाया, लेकिन बजाय जांच कर कार्रवाई के लीपापोती कर दी गयी, लेकिन इस मामले से पर्दा उठाने पर तुले तमाम लोगों को हार मानना स्वीकार नहीं था। इनमें पुनीत शर्मा भी शामिल थे।

हाईकोर्ट में रिटों का अंबार

जब सिस्टम में सुनवाई नहीं हुई तो विशन पाल के प्रधानाचार्य बनने और इस सीट पर अब तक डटे रहने को लेकर हाईकोर्ट में रिट दायर की गयीं। एक-दो नहीं कई रिट इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में दायर की गयीं। इनमें एक रिट पुनीत शर्मा ने भी दायर की।

पुनीत ने जानकारी दी कि जब काफी संख्या में रिट दायर कर दी गयीं तो उसके बाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के आदेश पर सभी रिटों की एक साथ सुनवाई के आदेश चीफ जस्टिस ने देते हुए मामले की सुनवाई के लिए सभी रिट न्यायमूर्ति विकास बुधवार की कोर्ट को भेज दी गयीं।

छह दिसंबर को जेडी को आदेश

रिट दायर करने वालों में शामिल आरटीआई एक्टिविस्ट ने बताया कि न्यायमूर्ति विकास को बीते छह दिसंबर को जारी आपने आदेश में संयुक्त सचिव प्रथम को एसएसडी ब्वॉय इंटर कालेज लालकुर्ती के प्रधानाचार्य के खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं उनकी जांच करने के अलावा उनकी शैक्षिक योग्यता पर भी रिपोर्ट तलब कर ली है। साथ ही तमाम जांचें दो माह के भीतर कर हाईकोर्ट को रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं।

जेडी को कराया अवगत

रिट दायर करने वाले पुनीत शर्मा ने जानकारी दी कि हाईकोर्ट के आदेश से संयुक्त सचिव को अवगत करा दिया गया है। अगली सुनवाई 26 फरवरी को हाईकोर्ट में की जानी है।

जिंदा महिला की कागजों में मौत, पता चलने पर उड़े होश

सरधना: दौराला ब्लॉक के समसपुर सुरानी गांव की एक महिला को सरकारी रिकॉर्ड में मार दिया गया। महिला को मृत दर्शाकर राशन की सूची से उसका नाम काट दिया गया। महिला को इसका पता चला तो उसके होश उड़ गए। महिला ने ग्राम प्रधान पर ये धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है। मामले में सरधना पुलिस ने वर्तमान ग्राम प्रधान के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।

समसपुर सुरानी गांववासी बाला पत्नी सतपाल के अनुसार लंबे समय से उसका राशन कार्ड बना हुआ था। जिसके लिए वो पत्र है। आरोप है कि वर्तमान ग्राम प्रधान ने रंजिशन उसका राशन कार्ड की सूची से नाम कटवा दिया। प्रधान ने उसे मृत दर्शाकर राशन कार्ड कटवाया। बाला को इसका पता चला तो उसके होश उड़ गए। पीड़ित ने मामले की शिकायत सम्पूर्ण समाधान दिवस में डीएम से की थी।

डीएम ने बीडीओ दौराला को संबंधित थाने में ग्राम प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए थे। आरोप है कि बीडीओ डीएम के आदेश ही दबाकर बैठ गया। पीड़िता फिर से डीएम के दरबार में पहुंची। जिस पर डीएम ने थाना सरधना को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। सरधना पुलिस ने तहरीर के आधार पर वर्तमान ग्राम प्रधान के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments