- एसडीएम ने तलब की ईओ से गोवंश की मौत को लेकर जानकारी
जनवाणी संवाददाता |
हस्तिनापुर: पौराणिक नगरी हस्तिनापुर में सर्दी का सितम निरीह छुट्टा गोवंशों पर टूट रहा है। जिन्हें आवारा या छुट्टा गोवंश कहा जाता है, जानलेवा सर्दी के इस मौसम में प्रशासनिक स्तर पर देखभाल न होने के चलते तथा सामाजिक संगठनों के स्तर से भी अपेक्षित सहयोग न मिलना भी छुट्टा गोवंशों की मौत की वजह माना जा रहा है। सर्दी का यह सितम उन गोवंश पर टूट रहा है जो सरकार पर आश्रित हैं।
सरकार पर आश्रित गोवंशों के लिए यह सर्दी जानलेवा बन गई है तो वहीं, दूसरी ओर चारे-पाने की कमी उनका दम निकाले दे रही है। यूं कहने को सरकार ने गोशालाओं में पशुओं को ठंड और भूख से बचाने की पूरी व्यवस्थाएं जुटाने के निर्देश दिए हैं, लेकिन कागजी निर्देश एक ओर हैं, लेकिन जमीनी हकीकत इसके एकदम उलट है। सर्दी के इस मौसम में भूखे-प्यासे बेजुबान ठंड से थर-थर कांप रहे हैं।
गोशाला और सड़कों पर गोवंशों का हालात बद से बदतर बनी हुई है। यहां चारा और पानी के अभाव में उनका शरीर सूख कर कांटा हो गया है। जख्मों से खून और आंखों से दर्द के आंसू बह रहे हैं। कई दिन भूखे रहने से गोवंश इतने कमजोर हो चुके हैं, कि वह ठीक से खड़े भी नहीं हो पा रहे।
दावे कागजों तक ही सीमित
सर्दी का सितम चरम पर है। शासन प्रशासन लोगों के लिए अलाव के साथ कंबलों तक की व्यवस्थाओं में वयस्त है, लेकिन आवारा गोवंश को सर्दी से बचाने की तमाम व्यवस्थाऐं कागजों तक ही सीमित होती नजर आ रही है। गोवंश के प्रति सर्दी के दिनों में बरती जा रही शासन प्रशासन की लापरवाही से आये दिन गोवंश की मौत हो रही है। आवारा गोवंश को सर्दी से बचाने के साथ भोजन की व्यवस्था भी धराशाई नजर आ रही है। जिससे चलते आवारा गोवंश आये दिन बीमार होकर मर रहे हैं।
विकराल हो रही समस्या
आवारा गोवंश की समस्या अब विकराल रूप धारण कर चुकी है। आवारा गोवंश आये दिन गांवों से खदेड़कर नगर में छोड़ दिये जाते हैं। गोआश्रय स्थल होने के बाद भी बेघर होकर खुले आसमान के नीचे जीने की कोशिश कर रहे हैं। हर जगह मारकर भगाये जा रहे इन निरीह जानवरों को आसरा देने के लिए न तो गोरक्षा समिति के लोग आगे आये और न ही शासन प्रशासन ने कड़ाके की ठंड से बचाने के साथ उनके लिए चारा का प्रबंध किया।
आवारा गोवंश किसानों के लिए समस्या बन रहे जानवरों को हर तरफ से खदेड़ा जा रहा है। सर्दी के मौसम में खुले आसमान के नीचे बगैर भोजन के रहने से रोजाना कई जानवर मौत के शिकार हो जाते हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
नगर के मुख्य मार्ग पर कई दिनों से बीमार आवारा गोवंश ने शासन प्रशासन की लापवाही के चलते मंगलवार को कड़कती ठंड और भूख के चलते दम तोड़ दिया, लेकिन इस और किसी ने ध्यान नहीं दिया। मुख्य मार्ग पर दर्जनों जगहों पर आवारा गोवंश का कब्जा है। हाड़ कंपाने वाली ठंड में आवारा गोवंश को भूख से भी लड़ना पड़ता है। जिम्मेदार लोग महज कागजों में कार्यवाई कर इतिश्री कर लेते है।
- एसडीएम ने तलब की ईओ से जानकारी
सर्दी से गोवंश की मौत को लेकर जब एसडीएम अखिलेश यादव से जानकारी की गयी तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की।
साथ ही यह भी बताया कि छुट्टा गोवंश की मौत पर ईओ से जानकारी तलब की गयी है।