- पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर कार्यक्रम का आयोजन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जब तक सर्वसम्मति न बन जाए तब तक मंथन करना चाहिए। सर्वसम्मति बनने के बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए। कोई भी नीति हो वह मनुष्य को केंद्र रखकर बनानी चाहिए यह बात पंडित दीन दयाल उपाध्याय कहते थे। उनका मानना था कि पूरा विश्व पूंजीवाद व राज्यवाद पर आधारित है।
अपना चिंतन हमको स्वयं करना है। यह बात पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ राजनीति विज्ञान विभाग सीसीएसयू द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ के निदेशक राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. पवन कुमार शर्मा ने कही।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति ही देश को एक रखने का काम करती है। राजनीतिक रूप से भी सभी को एक होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय देश को ऐसा ही बनाना चाहते थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जन्तु विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. नीलू जैन गुप्ता ने कहा कि हम पूरा समाज है, हम लोगों को अपनी सोच को बदलने की आवश्यकता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जीवन व एकात्म मानव दर्शन का एक भी अंश हम अपने जीवन में उतार पाए तो उनको वह सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
सामने वाला और हम जब तक एक नहीं होंगे तब तक एकात्म मानव दर्शन पर बोलने की आवश्यकता है। क्योंकि पंडित दीनदयाल के एकात्म मानव दर्शन में अंतिम व्यक्ति के उत्थान की बात कही है। इस अवसर पर प्रो. राजेंद्र कुमार पांडे ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया, तथा मंच का संचालन डा. भूपेंद्र कुमार ने किया। इस दौरान प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, डा. सुषमा रामपाल, डा. देवेंद्र उज्जवल, संतोष त्यागी, भानू प्रताप, डा. नरेंद्र पांडे आदि मौजूद रहे।