- प्लॉट नीलामी में भ्रष्टाचार का मामला, कार्रवाई करने के बजाय मामले को दबाने की जा रही कोशिश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आवास विकास परिषद में नीलामी में प्लॉट आवंटन के बाद भ्रष्टाचार से सुर्खियों में आये सम्पत्ति अधिकारी अनिल गुप्ता ने लखनऊ में डेरा लगा दिया है।
इस मामले में फंसे सम्पत्ति अधिकारी दो दिन पहले लखनऊ कूच कर गए थे, वहीं पर खुली फाइल पर पर्दा डालने के लिए ही कवायद की जा रही है।
मुख्यमंत्री यागी आदित्यनाथ बात करते है जीरो टोलरेंस की, लेकिन उनके ही विभाग में प्लॉट आवंटी नीलामी में भ्रष्टाचार का तथ्य सामने आया, लेकिन इस मामले में कार्रवाई करने की बजाय क्यों दबाया जा रहा है?
बता दें, जनवाणी ने प्लॉट नीलामी में भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। इसमें पूरा खेल सम्पत्ति प्रबंधक अनिल गुप्ता के स्तर से चल रहा है। उन पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।
शिकायत के बावजूद सम्पत्ति प्रबंधक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यह मामला है 25 सितंबर 2020 का है। जागृति विहार सामुदायिक केन्द्र में खुली नीलामी हुई थी, जिसमें बोली दाताओं ने बोली लगााई थी।
इस खुली बोली में सपना भारद्वाज ने भी 184 वर्ग मीटर का प्लॉट संख्या 5/61 जागृति विहार एक्सटेशन में मिला था। यह बोली 25,520 रुपये प्रति वर्ग मीटर से बढ़कर 30 हजार प्रति वर्ग मीटर में छुटी थी।
इस नीलामी पर भी सम्पत्ति प्रबंधक ने प्रत्येक मीटर पर एक हजार रुपये की मांग की। ऐसा आरोप लगा। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री को भी की गई। पूरा मामला जनवाणी में प्रकाशित हुआ तो भ्रष्टाचार में गर्दन फंसती देखकर सम्पत्ति अधिकारी अपनी जान बचाने के लिए लखनऊ पहुंच गए हैं।
वहां अपने आका से फाइल को दबाने की गुहार लगा रहे हैं। चर्चा ये भी है कि लखनऊ में फाइल दबाने के लिए ही सम्पत्ति अधिकारी पहुंचे हैं। पिछले 36 वर्षों से घूमाफिरा कर सम्पत्ति अधिकारी मेरठ जनपद में ही अपनी तैनाती कर लेते हैं। लंबा समय उनका मेरठ में ही बता है। इसकी शिकायत भी मुख्यमंत्री के पोर्टल पर की गई है।