जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ग्रेड पे 2400 को लेकर चले आ रहे पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों के आंदोलन में उस समय नया मोड़ आ गया जब गुरुवार को अचानक एक पीडब्ल्यूडी कर्मचारी ऋषिपाल सिंह की मौत हो जबकि एक अन्य कर्मचारी नरेंद्र सिंह मानसिक तनाव में आ गए। बताते चलें की वेतन निर्धारण की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी नियमित वर्क चार्ज कर्मचारी संघ के सदस्य पिछले 4 दिनों से अधिशासी अभियंता सतेंद्र सिंह के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे थे।
कर्मचारी नेता एहसान अली और दिनेश चंद्र जोशी ने बताया कि जिन मांगों को लेकर आंदोलन चलाया जा रहा था, उसमें कार्य अभिकर्ता के वेतन निर्धारण का मुद्दा प्रमुख था। बताया जाता है कि इसी विवाद के चलते ऋषिपाल सिंह को पिछले दिनों ब्रेन हेमरेज हो गया था और वह अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद कर्मचारियों ने अपना आंदोलन शुरू कर दिया था और अधिशासी अभियंता सतेंद्र सिंह की कार्य प्रणाली को कटघरे में खड़ा किया था।
एहसान अली और दिनेश चंद्र जोशी ने बताया कि गुरुवार सुबह अचानक पीडब्ल्यूडी कर्मचारी ऋषिपाल सिंह का निधन हो गया जबकि एक अन्य कार्य अभिकर्ता नरेंद्र सिंह मानसिक तनाव में आ गए। इसके बाद कर्मचारियों में रोज व्याप्त हो गया और वह अधिशासी अभियंता के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अधीक्षण अभियंता जगदीश प्रसाद के कार्यालय पहुंचे।
यहां पता चला कि अधीक्षण अभियंता लोक सेवा समिति की मीटिंग में व्यस्त हैं। हालांकि अधीक्षण अभियंता ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि शुक्रवार को इस प्रकरण का निस्तारण कर दिया जाएगा। इसी बीच आंदोलनरत कर्मचारियों ने ऋषिपाल सिंह के निधन पर 2 मिनट का मौन धारण किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
इसके बाद आंदोलन को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। महामंत्री दिनेश चंद्र जोशी ने बताया कि शुक्रवार से आंदोलन फिर शुरू किया जाएगा। धरना स्थल पर संरक्षक वीके त्यागी, सुरेंद्र कुमार, आनंद, सुशील शर्मा, दिनेश शर्मा, ललित कुमार, सतबीर, प्रेमचंद और नरेंद्र सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।