- टैंक चौराहे से पीर तक बिजली के खंभे किये शिफ्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड रेल के प्रोजेक्ट में तेजी दिखाई देने लगी है। शनिवार को एनसीआरटीसी के इंजीनियरों की टीम ने कैंट स्थित टैंक चौराहे से रुड़की रोड पर लगे खंभों को शिफ्ट करने का कार्य किया गया। यही नहीं, पेड़ों को भी काटा गया। पेड़ भी रैपिड रेल प्रोजेक्ट के बीच में अवरोध पैदा कर रहे हैं।
शनिवार को पूरा दिन खंभों को शिफ्ट करने की प्रक्रिया चली। क्रेन खंभों को शिफ्ट करने के लिए लगाई गयी थी। इस दौरान कैंट क्षेत्र की बिजली भी प्रभावित हुई है। क्योंकि शाम तक बिजली के खंभों को शिफ्ट किया गया, जिसके चलते बिजली पूरी तरह से बाधित रही। एनसीआरटीसी के अधिकारियों का कहना है कि भूमिगत बिजली आपूर्ति के लिए केबिल दबा दिया गया है। उसके लिए तेजी से काम चल रहा है।
सड़क किनारें जो खंभे स्थापित थे, वो इसमें दिक्कत पैदा कर रहे थे। इनको हटाया जाना प्रस्तावित था। इसी को लेकर यह पूरी प्रक्रिया चल रही है। खंभों को शिफ्ट करने के लिए बार-बार ऊर्जा निगम को एनसीआरटीसी पत्र लिख रही थी, लेकिन इसमें विलंब किया जा रहा था। अब ऊर्जा निगम के इंजीनियरों के सहयोग से बिजली के खंभे शिफ्ट कर दिये गए। यह खंभे शिफ्ट करने की प्रक्रिया अलगे दो दिन ओर चलेगी।
क्योंकि रुड़की रोड की पूरी बिजली लाइन ही शिफ्ट की जा रही है। बिजली लाइन इस तरह से बनी है, जिससे यहां रैपिड प्रोजेक्ट को दिक्कत हो रही है। अब यहां पर भूमिगत बिजली आपूर्ति दी जाएगी। सड़क के ऊपर बिजली के खंभे कहीं भी दिखाई नहीं देंगे। इस पर एनसीआरटीसी ने कार्य किया है।
पिछले दो माह से एनसीआरटीसी की तरफ से भूमिगत बिजली के केबल दबाने का कार्य किया जा रहा था,जो अब फाइनल हो चुका है। अब इसके माध्यम से ही बिजली की आपूर्ति की जाएगी। इसी से रैपिड रेल भी जुड़ेगी। क्योंकि वहां भी बिजली की आपूर्ति भूमिगत दी जाएगी।
पेड़ भी काटे
बिजली के खंभों के साथ-साथ हरे पेड़ भी रैपिड रेल के प्रोजेक्ट में बाधा बने हुए थे। इनको काटने की वन विभाग से अनुमति ली गई, जिसके बाद टैंक चौराहे से लेकर रुड़की रोड डोरली तक तमाम हरे पेड़ काटने की अनुमति मिल गयी है, जिसके बाद ही वन विभाग व एनसीआरटीसी की टीम पेड़ कटवा रही है। करीब 50 से ज्यादा पेड़ काटे जाने हैं। पहले दिन करीब 10 पेड़ काट दिये गए। इनको मौके से तत्काल हटवाया जा रहा है, ताकि किसी को असुवधिा का सामना नहीं करना पड़े।