- बीडीसी पद 315, प्रधान पद 248, ग्राम पंचायत सदस्यों पद के 332 पर्चे बिके
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा करने की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे ही नामांकन पत्रों की बिक्री का कार्य भी तेज हो रहा है। गुरुवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए जिला मुख्यालय पर जहां 52 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई, वहीं ब्लॉक मुख्यालयों पर क्षेत्र पंचायत सदस्य के पद के लिए 315, ग्राम प्रधान पद के लिए 248 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 332 पर्चों बिक्री हुई।
शामली जनपद मुख्यालय पर गुरुवार को जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 52 नामाकंन पत्रों की ब्रिकी हुई। शामली ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत पद के लिए 65, प्रधान पद के लिए 29 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 28 ने नामाकंन पत्र खरीदे। थानाभवन ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्य के 42, प्रधान पद के लिए 47 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 61 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। कैराना ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 63, ग्राम प्रधान पद के लिए 30 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 76 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। कांधला ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 48, प्रधान पद के लिए 53 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 55 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई।
ऊन ब्लॉक में क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 97 नामांकन पत्रों, ग्राम प्रधान पद के लिए 89 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 112 नामांकन पत्रों की बिक्री हुई। 13 व 15 अप्रैल को खंड विकास कार्यालर्यों पर नामांकन पत्र जमा कराए जाएंगे। बताते चले कि 27 मार्च से गुरुवार तक जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कुल 306 पर्चों, क्षेत्र पंचायत पद के लिए कुल 2032, प्रधान पद के लिए 2476 तथा ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 1682 नामांकन पत्रों की बिक्री हो चुकी है।
जमानत राशि जमा कराने को बैंकों पर लगी रही कतार
जिला और पुलिस प्रशासन एक ओर जहां निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव कराने के लिये दिन-रात भागदौड़ कर रहा हैं। वहीं दूसरी और चुनावी मैदान में उतरने वाले दावेदारों ने भी अपने नामांकन के सेट तैयार करने से लेकर बैंक में जमानत राशि जमा कराने और नो डयूज सर्टिफिकेट पाने के लिये पूरी भागदौड़ कर रखी है।
गुरूवार को शहर के इलाहबाद बैंक शाखा पर चालान फीस जमा कराने के लिये लम्बी लाइन लगी रहा। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ती नजर आयी। दावेदारों का कहना था कि बैंक द्वारा अलग से काउंटर बनाकर कोई सुविधा नही दी गई, जिस कारण तेज धूप में घंटों खड़े होकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।