- रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों को पेंशन आदि की प्रक्रिया पूरी करने में हो रही परेशानी
- विभाग गुपचुप तरीके से गायब सेवा पुस्तिका की तलाश कराने में जुटा
- 25 कम्प्यूटर की डिमांड करते हुए रिपोर्ट अधिशासी अभियंता ने उच्चाधिकारियों को भेजी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सिंचाई विभाग में कार्यरत कुछ कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका के गायब होने से उनके वेतन मिलने और रिटायरमेंट के बाद पेंशन को लेकर परेशानी पैदा हो रही है। सिंचाई विभाग में कार्यरत कुछ ऐसे कर्मचारी हैं, जिनकी सेवानिवृत्ति नजदीक है और उनकी फाइल फिलहाल नहीं मिल पा रही है। अब विभाग ऐसे कर्मचारियों की फाइलों की गुपचुप तरीके से तलाश करा रहा है।
वहीं, कोई जरूरी फाइल या सेवा पुस्तिका का जो आॅफलाइन रिकार्ड होता है। यदि वह रिकार्ड नहीं मिलता तो विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती है। आगे इस तरह की परेशानी पैदा न हो उसके लिए अधिशासी अभियंता ने 25 कंप्यूटरों की डिमांड उच्चाधिकारियों से की है। ताकि विभागीय डाटा आॅनलाइन उपलब्ध हो सके।
जहां एक तरफ अब तक नगर निगम एवं अन्य विभागों में कुछ कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका के गायब होने के मामले संज्ञान में आते रहे हैं। वहीं, अब इस तरह के मामले सिंचाई विभाग में भी सामने आ रहा है। नगर निगम में स्वच्छता मित्रों की फाइल के गायब होने के कारण उनके रिटायरमेंट के दौरान पेंशन आदि में बड़ी परेशानी पैदा होती है। ठीक इसी तरह से सिंचाई विभाग में कार्यरत कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी सेवा पुस्तिका कुछ समय से गायब है। सूत्रों की माने तो यहां तक की उनका जो पूर्व में वेतन जारी करने का मामला हो या अन्य मामला वह वेतन पत्रावली में लगे बिल आदि के द्वारा ही उनकी प्रक्रिया पूरी की जाती रही है।
अब हाल ही में कुछ कर्मचारियों का कार्यकाल संपन्न होने को है, अब उनकी सेवा पुस्तिका की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन वह ढूंढे नहीं मिल रही है। सोमवार को सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता एसके लाम्बा ने अधीनस्थ कर्मचारियों को अपने कार्यालय में इस संबंध में दिशा निर्देश भी जारी किए। उन्होंने कहा कि अब तक विभाग में जो पूर्व में त्रुटियां चली आ रही हैं, अब आगे इस तरह की त्रुटियां नहीं होनी चाहिए। जिनका कार्यकाल समाप्त होने को हैं, ऐसे कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका संबंधी जो भी समस्याएं हैं,
उनका तत्वरित समाधान करें। ताकि सेवानिवृति के बाद पेंशन आदि में कोई समस्या पैदा न हो सके। उधर, उन्होंने कहा कि उनके द्वारा उच्चाधिकारियों को विभाग में करीब 25 कंप्यूटरों की आवश्यकता बताते हुए रिपोर्ट भेजी है, ताकि विभाग के रिकार्ड को आॅनलाइन किया जा सके। कभी-कभी आॅफ लाइन रिकार्ड से जानकारी उपलब्ध करके अधिकारियों को देने में देरी हो जाती है। यदि आॅनलाइन डाटा होगा, उसमें कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका से जुड़ा मामला हो या फिर विभागीय कार्य, जिसमें सिंचाई विभाग से संबंधित विभिन्न रिकार्ड का डाटा कम्प्यूटर पर आॅन लाइन उपलब्ध हो सके।
सेवा पुस्तिका के गायब होने का मामला अभी तक मेरे संज्ञान में नहीं आया, यदि इस तरह का कोई मामला है तो उसे दिखवाया जायेगा। उधर जो शासन से विभाग द्वारा 25 कम्प्यूटरों की डिमांड के लिए पत्र भेजा गया है। वह विभिागीय प्रक्रिया है। 25 कम्प्यूटरों की डिमांड भेजी गई है, कितने उपलब्ध होंगे यह तो कम्प्यूटर उपलब्ध होने के बाद ही पता चल सकेगा। -एसके लाम्बा, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, मेरठ