जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: आज साल का पहला चंद्र ग्रहण शुरू हो चुका है। दुनिया के कई हिस्सों में इस चंद्र ग्रहण के नजारे को देखा जा रहा है। धार्मिक नजरिए से ग्रहण का विशेष महत्व होता है। हिंदू धर्म में ग्रहण को अशुभ माना गया है। ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरती जाती है। यह चंद्र ग्रहण बैशाख पूर्णिमा के दिन लगने जा रहा है।
हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है। यह चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और विशाखा नक्षत्र में लगेगा। चंद्र ग्रहण कितने बजे से शुरू होगा, ग्रहण का असर किन राशियों पर सबसे ज्यादा पड़ेगा, ग्रहण का सूतक काल मान्य होगा या नहीं, ग्रहण कहां-कहां दिखाई देगा, ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें, इस ग्रहण का ज्योतिषीय और धार्मिक पहलु क्या है, गर्भवती महिलाएं इस चंद्र ग्रहण के दौरान किन बातों का रखें खास ध्यान जैसे तमाम सवालों के बारे में आइए जानते हैं।
15 दिनों के अंतराल पर यह साल का दूसरा ग्रहण होगा,इसके पहले 30 अप्रैल 2022 को सूर्य ग्रहण लग था। यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण हिंदू पंचांग के अनुसार वृश्चिक राशि, विशाखा नक्षत्र और परिध योग में घटित होगा।
साल 2022 का यह दूसरा ग्रहण मुख्य रूप से अफ्रीका,दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप,उत्तर अमेरिका के अधिकांश हिस्सों से,दक्षिण अमेरिका से और एशिया के कुछ पश्चिमी भागों में दिखाई देगा। भारत में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा।
भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई नहीं देने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। धार्मिक नजरिए से सूतक काल को अशुभ माना जाता है। चंद्र ग्रहण के दौरान सूतक काल का समय ग्रहण के शुरू होने के 9 घंटे पहले लग जाता है। सूतककाल के दौरान किसी भी तरह का शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है ऐसी मान्यताएं पौराणिक काल से चली आ रही है।
- अगर सूतक काल मान्य है तो इस दौरान कोई भी शुभ काम या नया कार्य न करें।
- सूतक के समय यानी ग्रहण के 12 घंटे पहले तक भोजन न पकाना चाहिए और न ही खाना चाहिए।
- सूतक में भगवान की पूजा-आराधना और तुलसी के पौधे व उसके पत्तों को नहीं छूना चाहिए।
- सूतक काल लगने पर घर से बाहर नहीं जाना चाहिए और न ही घर पर सोना चाहिए।
- सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- सूतक काल में चाकू और सूई का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
16 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण कुछ राशियों के लिए बेहद ही शुभ रहने वाला है। मेष, सिंह, धनु, तुला और कुंभ राशि को अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। करियर में बड़ी सफलता हासिल हो सकती है। आपको अपनी कड़ी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। धन लाभ के योग बनेंगे। जो जातक नौकरी पेशा वाले हैं उनको कार्यक्षेत्र में प्रमोशन मिलने की संभावना है। कार्यक्षेत्र में किसी व्यक्ति विशेष से लाभ प्राप्त होने की संभावना है। एक से अधिक स्रोतों से धन कमाने के अवसर
प्राप्त होंगे।
ऐसी मान्यता है कि चंद्र ग्रहण या सूर्य ग्रहण पर गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अपशकुन और नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान सूर्य और चंद्र से निकल रही किरणों से गर्भस्थ शिशु पर नकारात्मक असर पड़ता है और इससे बच्चे में कई तरह की शारीरिक विकृतियां पैदा हो सकती हैं।