फखरपुर गांव से लापता सात वर्षीय बच्चे शौर्य का मंगलवार को एक ईख के खेत में मिला था शव
रात्रि में ही पुलिस ने कराया पोस्टमार्टम, गांव में नहीं जले चूल्हे, पूरा गांव गमगीन रहा
मुख्य संवाददाता |
बागपत: फखरपुर गांव में गमगीन माहौल में बच्चे शौर्य का अंतिम संस्कार किया गया। उसके अंतिम संस्कार में उमड़े जनसैलाब की आंखों में आंसुओं का सैलाब था। हर कोई रो रहा था। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। मृतक बच्चे के घर पर ही लोगों का तांता लगा रहा। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। शौर्य की मां उसे याद कर गुमशुम हो रही है।
फखरपुर गांव से 15 दिसंबर की शाम सोहनवीर का सात वर्षीय पुत्र शौर्य ट्यूशन से लौटते समय लापता हो गया था। उसकी तलाश में ग्रामीण व पुलिस उसी दिन से जुट गए थे। पुलिस की कई टीमें तलाश में जुटी थी। जिसमें शक के आधार पर पुलिस ने परिवार के विनीत को पूछताछ के लिए उठाया था। उसने पूरी कहानी बता दी और हत्या करना भी कबूल किया था।
विनीत, अक्षित, नीरज उर्फ डैनी ने मासूम की हत्या कर गांव के पास ही ईख के खेत में शव दबाया था। पुलिस ने मंगलवार रात्रि में शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। रात्रि में ही पुलिस ने पोस्टमार्टम करा दिया था। शव घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
ग्रामीणों की आंखों आंसुओं का सैलाब था। शौर्य के अंतिम संस्कार में जहां पूरा गांव उमड़ा वहीं आसपास के गांव व जनपदों से भी लोग पहुंंचे। सुबह उसका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान जहां हर किसी की आंख में आंसू थे वहीं बाद में भी रोते नहीं थम रहे थे। हर कोई शौर्य को याद कर रहा है।
मां का बुरा हाल, पिता लगा रहा आवाज
शौर्य के परिजनों का बुरा हाल है। शौर्य के माता-पिता, दादा-दादी सहित सभी गुमशुम हो रहे हैं। मां मोनिका उसे याद कर गुमशुम हो रही है। वह बेहोश हो रही है। बार-बार अपने बेटे शौर्य को पुकार रही है। उसकी तस्वीर देखकर रोती नहीं थम रही है। पिता बेटे को लौट आने की आवाज लगाता नहीं थम रहा है। इस मंजर को देखकर हर किसी की आंखों से आंसुओं का सैलाब निकल रहा है।
खतौली विधायक मदन ने दी सांत्वना
शौर्य के अंतिम संस्कार के बाद रालोद के खतौली विधायक मदन भैया भी पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए फखरपुर गांव में पहुंचे। वहां उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके साथ ही शौर्य के बाबा जगवीर सिंह को सांत्वना दी।
मिलने वालों का लगा तांता
शौर्य की हत्या की खबर पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई। जिसको भी उसकी मौत की जानकारी मिल रही है वही पीड़ित परिजनों से मिलने के लिए फखरपुर पहुंच रहा है। गांव पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दे रहे है। सबको इस घटना ने झकझोर दिया है।
आरोपियों के घर पर पुलिस का पहरा
शौर्य की हत्या की सूचना मिलते ही क्षेत्र में जनाक्रोश उत्पन्न हो गया। चारों ओर से आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की उठने लगी। बुधवार को बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया तो जनाक्रोश को देखते हुए किसी अन्य घटना को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया। इसके साथ ही हत्या में शामिल हत्यारों के घर पर भी पुलिस बल तैनात किया गया था।
गांव में नहीं जले चूल्हे
शौर्य की मौत से पूरा गांव गमगीन है। हर किसी की आंख में आंसू है। शौर्य सबका चहेता था, लाड़ला था। गली में वह हंसता-खेलता रहता था। ग्रामीण उसे याद कर रोते नहीं थमते हैं। परिजनों का जहां बुरा हाल है वहीं पूरा गांव उसे याद कर रोता नहीं थम रहा है। गांव में चूल्हे तक नहीं जले। हर कोई गमगीन नजर आया।
विनीत से हो पूछताछ में निकल सकते है कुछ और सच
विनीत के भांजे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। इसके साथ ही उसके भाई की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। जिसका इन्होंने पोस्टमार्टम न कराकर उसका चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके साथ ही इसकी बहन ने फांसी पर लटककर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसका भी इसने पोस्टमार्टम नहीं होने दिया था। यदि पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी तो तमाम घटनाक्रम के बारे में भी खुलासे हो सकते हैं।
बाइक चोरी में जेल जाने से बचा विनीत
ग्रामीणों की माने तो विनीत एक बार बाइक चोरी के केस में जेल जाने से भी बच गया था। उसके घर में चोरी की एक बाइक खड़ी हुई थी। लेकिन किसी की सूचना पर पुलिस ने छापा मारकर वह बाइक पकड़ ली। वह बाइक किसी ओर के द्वारा खड़ा होने की बात बताने लगा। जिस पर ग्रामीणों ने उसे पुलिस से आग्रह करके बचा लिया था।
एक घर का चिराग बुझा, दो घर बर्बाद हुए
मासूम शौर्य की हत्या के बाद सोहनवीर के घर का चिराग बुझ गया। यह दर्द उसे जिंदगी भर सताएगा, लेकिन हत्या के आरोपियों के घर भी बर्बाद हो रहे है। विनीत भी अपने घर का अकेला बेटा है। अक्षित भी अपने घर का अकेला बेटा है। ऐसे में एक घर का तो चिराग बुझ गया और दो घर बर्बाद हो गए। अगर वह इस घटना को अंजाम न देते तो न उनका घर बर्बाद होता और न ही शौर्य इस दुनिया से अलविदा कहता।