- सपा शासन में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हाजी तराबुद्दीन व नगर अध्यक्ष अंकुर जैन रोके
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के बॉर्डर ऊपर धरना दे रहे किसानों के पक्ष में सपा कार्यकर्ताओं ने नगर में जुलूस निकालने का प्रयास करने वाले सपा नेताओं का को पुलिस ने रोक दिया। बाद में उन्हें उनके ही घरों में नजरबंद कर दिया। पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री हाजी तराबुद्दीन ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है।
हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है। किसान इस देश का अन्नदाता है। किसानों पर अत्याचार हो रहे हैं तो सपा उनके साथ है। उन्हें किसानों के पक्ष में जुलूस नहीं निकालने दिया। इससे साफ है की केंद्र व प्रदेश सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
गुरुवार को बड़ौत में सपा शासन में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे हा जीतराम उद्दीन के नेतृत्व में नगर में जुलूस निकाला जा रहा था। जुलूस से पहले ही सूचना मिलते ही पुलिस हाजी तराबुद्दीन के आवास पर पहुंच गई। वहां उन्हें नजरबंद कर दिया। लेकिन किसी तरह हाजी तराबुद्दीन अपने समर्थकों के साथ किसानों पर के पक्ष में नगर जुलूस निकालने का प्रयास करने लगे।
तभी भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर उन्हें रोक दिया। उन्हें उनके ही घर में नजरबंद कर दिया। उनके आवास पर भारी पुलिस बल तैनात कर दी। साथ ही पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं निकलने की हिदायत दी। इस मौके पर हाजी तराबुद्दीन ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों पर अत्याचार कर रही है।
देश का अन्नदाता सत्ता में बैठे लोगों का भी पेट भरता है। उन पर तीन कृषि कानून लाद दिए। किसान बर्बाद हो जाएंगे। आने वाली पीढ़ी किसान कहने लायक ही नहीं रहेगी। सपा इसमें किसानों के साथ है और रहेगी। किसानों का उत्पीड़न नहीं होने देंगे।
इस मौके पर उनके साथ सपा नेत्री सीमा यादव समेत दो दर्जन लोग मौजूद थे। वही इनके अलावा सपा के नगर अध्यक्ष अंकुर जैन नगर नेहरू मूर्ति स्थित अपने प्रतिष्ठान से किसानों के पक्ष में जुलूस निकालने का प्रयास किया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उनके जुलूस को रोक दिया।
उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। वहां पुलिस तैनात कर दी गई।इस मौक पर नीटू सभासद, ललित जैन सभासद, कासिम शरीफ, कस्सार, हाशिम, शरीफ, बाबू राम सैनी, अशोक पंजाबी आदि समाजवादी पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।